गोरखपुराइट्स के लिए आज खुलेगा सौगातों का पिटारा
- जीडीए मानचित्र शुल्क और विकास शुल्क कम करने की तैयारी में जीडीए
- कई अहम चौराहों के चौड़ीकरण का भी है प्रस्ताव - 10 प्रतिशत तक कम होगा मानचित्र शुल्क, प्रत्येक दिन 10 से 15 लोग करते हैं आवेदन GORAKHPUR: जीडीए के पिटारे से गोरखपुर वासियों के लिए सौगातों की बरसात होगी। सोमवार को होने वाली जीडीए बोर्ड मीटिंग में कई योजनाओं को स्वीकृत मिलने वाली है। इसके तहत जहां जीडीए की ओर से वसूले जाने वाले मानचित्र शुल्क और विकास शुल्क में कटौती की तैयारी है। वहीं शहर के कई अहम चौराहों को चौड़ा भी किया जाना है। अब सबकी निगाहें बोर्ड मीटिंग पर टिकी हैं, अगर इन योजनाओं को इसमें स्वीकृति मिल जाती है तो गोरखपुराइट्स की जेब का बोझ थोड़ा कम होगा, वहीं शहर भी जाम के झाम से मुक्ति पाएगा। पहले मिल चुकी है स्वीकृतिजीडीए की मीटिंग में स्वीकृत होने की राह देख रही इन योजनाओं में से अधिकांश योजनाओं को जीडीए अध्यक्ष कमिश्नर पी गुरु प्रसाद पहले ही स्वीकृति दे चुके हैं। बोर्ड में भी यह प्रस्ताव पास होने के बाद पब्लिक और प्रशासन को काफी राहत मिलेगी। जीडीए सचिव का कहना है कि जीडीए सोमवार को होने वाली बोर्ड बैठक बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस बोर्ड की बैठक में कई जनहित की योजनाओं को स्वीकृत मिलने वाली है, वहीं जीडीए अपना वित्तीय वर्ष 2016-17 का बजट भी स्वीकृत कराने की तैयारी में है।
दो अरब से अधिक बजट जीडीए के लेखा विभाग की मानें तो इस बार का बजट दो अरब रुपए से अधिक का होगा। जीडीए संपत्ति विभाग के अनुसार इस बार सबसे अधिक फायदा बड़े प्लॉट वालों को मिलेगा। अभी तक बड़े प्लॉट वालों में एक से दो हजार वर्गफीट के प्लॉट्स होल्डर्स को 7.5 प्रतिशत शुल्क देना पड़ता था। वहीं दो हजार से उपर वालों के लिए 10 प्रतिशत शुल्क निर्धारित था। जिसे इस मीटिंग में कम करके 3.5 प्रतिशत और 4 प्रतिशत कर दिया जाएगा। वहीं शहर के छह चौराहों के चौड़ीकरण कार्य की भी स्वीकृत ली जाएगी। स्वीकृति के लिए योजनाओं को जीडीए अपने बोर्ड के पटल पर रखेगा। इसकी स्वीकृत मिलते ही योजनाओं पर जीडीए काम शुरू कर देगा। इसमें से अधिकांश योजनाएं जनहित की हैं। शिव श्याम मिश्र, उपाध्यक्ष जीडीए