न तो डूबेंगे और न खाएंगे हिचकोले
- सड़कों की बढ़ेगी चमक, वॉटर लॉगिंग का न होगा निशां
- 14वें वित्त आयोग की निधि का पैसा मिलने का रास्ता साफ - इस पैसे से शहर के जल जमाव वाले एरिया में बनाए जाएंगे 13 नालेGORAKHPUR: अब जल्द ही शहर की सूरत बदली-बदली नजर आएगी। जल जमाव का जहां नामो-निशां न होगा, जिससे गोरखपुराइट्स डूबने से बच जाएंगे, वहीं सड़कें भी चमचमाती नजर आएंगी और लोग हिचकोले खाने से बच जाएंगे। ऐसा इसलिए कि नगर निगम को केंद्र सरकार के 14वें वित्त आयोग की निधि का पैसा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। 18 करोड़ रुपए वाली इस निधि से नगर निगम को नौ करोड़ रुपए की पहली किश्त भी मिल गई है। इन पैसों को नगर निगम सड़क, जल जमाव और पथ प्रकाश के काम कराने में खर्च करेगा। नगर निगम इसमें लगभग आधे कार्यो के लिए टेंडर प्रॉसेस भी पूरी कर चुका है।
विकास कार्य पर होगा खर्चनगर निगम के चीफ इंजीनियर एसके केसरी का कहना है कि नगर निगम को नौ करोड़ रुपए मिल गए हैं। यह पूरा पैसा शहर के विकास पर खर्च किया जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने शहर के अक्सर जल जमाव की प्रॉब्लम झेलने वाले 13 इलाकों को चिन्हित किया गया है। इसके साथ ही शहर की 10 सड़कों को बनाने का इस्टीमेट तैयार किया गया है। इनका निर्माण कार्य अप्रैल के प्रथम सप्ताह से शुरू कर दिया जाएगा। वहीं नाला निर्माण के लिए चिन्हित एरियाज को निर्माण विभाग बारिश के मौसम से पहले किसी भी हाल में पूरा करने की तैयारी में है।
इन एरिया को मिलेगी राहत शहर के लगभग 20 ऐसे जगह हैं, जहां सबसे अधिक जल जमाव होता है। वहीं 50 से अधिक सड़कें चलने लायक स्थिति में नहीं है। इन सड़कों के लिए दर्जनों बार पब्लिक हंगामा कर चुकी है, लेकिन नगर निगम इन सड़कों के निर्माण में हमेशा पैसे की कमी बताते हुए हाथ खड़े कर देता रहा है। अब नगर निगम को पैसा मिल गया है, जिसके बाद इन इलाकों की सूरत भी बदल दी जाएगी। इन एरियाज को मिलेगी राहत शाहपुर विशुनपुरवां गीता वाटिका रोड तुर्कमानपुर सूरजकुंड लच्छीपुर सेमरा नया गांव हांसूपुर 14वें वित्त आयोग का पैसा नगर निगम को मिला है, इससे विकास कार्यो को और अधिक तेजी मिलेगी। लगभग दो दर्जन कार्यो का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जल्द ही जनता को इसका फायदा मिलने लगेगा। एसके केसरी, चीफ इंजीनियर, नगर निगम