युवाओं को अपराध से रोकना सामाजिक जिम्मेदारी
- गोरखपुर जोन के आईजी ने किया कार्यभार ग्रहण
- बीएसएफ में सेवा दे चुके हैं आईजी प्रेमचंद मीणा GORAKHPUR: युवाओं के कदम अपराध के दलदल में न फंसे। इसके लिए पुलिस के साथ- साथ समाज को जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी। क्राइम कंट्रोल और शांति व्यवस्था को बनाए रखने में पब्लिक हेल्प की जरूरत है। यह कहना है नवागत आईजी जोन प्रेम चंद मीणा का, सोमवार की शाम साढ़े सात बजे आईजी गोरखपुर पहुंचे। सर्किट हाउस में कार्यभार ग्रहण करके पुलिस अफसरों से मुलाकात की। उनकी अगवानी के लिए एसपी सिटी, एसपी ग्रामीण, एसपी क्राइम, सीओ और थानेदार मौजूद रहे। 1991 बैच के आईपीएस हैं मीणाभारतीय पुलिस सेवा के 1991 बैच के अफसर पीसी मीणा राजस्थान प्रांत के टोंक निवासी है। आगरा से बतौर एएसपी कॅरियर शुरू करने के बाद उन्होंने पिथौरागढ़, जौनपुर, प्रतापगढ़, बलिया, इटावा, अलीनगर, कानपुर, बदायूं, इलाहाबाद, मेरठ, झांसी और बनारस सहित कई जगह सेवाएं दी। एएसपी, एसपी, एसएसपी और डीआईजी पद पर बखूबी निर्वहन किया। डेप्युटेशन पर बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में त्रिपुरा और राजस्थान में काम किया। अप्रैल माह में वापसी हुई।
पब्लिक पूरा सहयोग चाहिएआईजी ने कहा कि पंचायत चुनाव और बिहार में इलेक्शन से जिम्मेदारी बड़ी है। बार्डर पर घुसपैठ रोकने के लिए पुलिस ठोस कदम उठाएगी। कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पब्लिक का पूरा सहयोग चाहिए। बिना सहयोग के पुलिस को आसानी से सफलता नहीं मिलती। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नये लड़कों को अपराध करने से रोकने की जिम्मेदारी समाज की है। पुलिस के साथ मिलकर युवाओं को अपराध के दलदल में फंसने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि थानों पर शिकायत सुनी जाती हैं या नहीं, इसके बारे में 15 दिनों के भीतर समीक्षा कर लेंगे।