कैशलेश हो रहा रेलवे, लगा रहा स्वैपिंग मशीन
-रिजर्वेशन सेंटर्स व जनरल टिकट काउंटरों पर लगाई जा रही मशीन
-गोरखपुर, लखनऊ, छपरा समेत 12 स्टेशनों पर लगेंगी मशीनें -खुले पैसे का झंझट खत्म, कैश की किल्लत भी नहीं सताएगी GORAKHPUR: नोटबंदी के बाद कैश की किल्लत से निजात पाने के लिए एनई रेलवे ने लेसकैश की ओर कदम बढ़ा दिया है। एनईआर के सात प्रमुख स्टेशनों पर स्थित टिकट और रिजर्वेशन काउंटरों पर स्वैपिंग मशीनें लगाई जा चुकी हैं। गोरखपुर समेत पांच और स्टेशनों पर अगले सप्ताह मशीनें लग जाएंगी। जबकि लखनऊ, बादशाहनगर, बरेली, वाराणसी, छपरा, सीवान और गोरखपुर कैंट पर स्वैपिंग मशीनें लगा दी गई हैं। कैंट में लग गई मशीनसाथ ही गोरखपुर कैंट स्टेशन पर स्थित रिजर्वेशन सेंटर पर प्रयोग के तौर पर दो मशीनें लगाई गई हैं। वहां मशीन से स्वैपिंग के बाद टिकट जारी भी होने लगे हैं। अगले सप्ताह तक गोरखपुर, गोंडा, बस्ती, मऊ, देवरिया स्टेशन पर भी मशीनें लगा दी जाएगी। अब पैसेंजर डेबिट और क्रेडिट कार्ड से टिकट तो करा ही सकेंगे। साथ ही जनरल टिकट भी खरीद सकेंगे। 1000-500 के नोट बंद होने के बाद स्वैपिंग मशीन बेहद जरूरी हो गई थी। दरअसल पैसेंजर्स और रेलवे के लगभग सभी रिजर्वेशन सेंटर्स व यूटीएस काउंटरों पर खुले पैसे की काफी कमी हो गई थी। इससे रिजर्वेशन कराने वालों को वापसी की रकम के लिए काउंटर पर काफी देर तक इंतजार करना पड़ रहा है।
इन समस्याओं से मिलेगी निजात -टिकट बुक कराते समय अगर टिकट की राशि ज्यादा हो जाए तो फिर से एटीएम जाना पड़ता है -दो, पांच रुपए के खुले पैसे के लिए पैसेंजर्स और रिजर्वेशन क्लर्क के बीच आए दिन झिकझिक होती है -दो हजार के नोट देने से आए दिन टिकट मिलने में दिक्कत आ रही है गोरखपुर जंक्शन एक नजर में धर्मशाला बाजार स्थित रिजर्वेशन सेंटर पर काउंटर की संख्या-11 रेलवे स्टेशन के पास जनरल टिकट काउंटर की संख्या- 20 गोरखपुर से रोजाना जाने वाले पैसेंजर्स की संख्या-35 से 40 हजार