NE Railway : गोरखपुर पहुंची बजट स्पेशल, 6900 करोड़ से चलेगी एनईआर की छुक-छुक
गोरखपुर (अमरेंद्र पांडेय)।इस बात की जानकारी एनई रेलवे जीएम चंद्रवीर रमण ने शुक्रवार को साझा की। यूपी को मिला 17,507 करोड़ का बजट 2 फरवरी को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया था। इसी में इंडियन रेलवे को भी स्टेट वाइज बजट डिसाइड किया गया है। सभी स्टेट में यूपी को सबसे ज्यादा बजट अलॉट किया गया है। यूपी को 17,507 करोड़ का बजट मिला है। 2014 के बाद से 16 गुना बजट यूपी को मिला है। इसमें एनई रेलवे हेडक्वार्टर को 6900 करोड़ का बजट मिला है। एनई रेलवे सीपीआरओ पंकज कमार सिंह ने बताया कि प्राप्त बजट से एनई रेलवे के ट्रैक पर नई लाइन बिछाई जाएगी। गेज कनवर्जन, डबलिंग व ट्रिपलिंग का कार्य होगा। ट्रैक का रिन्यूवल व कस्टमर एमेनेटिज बढ़ाई जाएंगी। रेल मंत्री ने प्रोजेक्टर पर दी जानकारी
उन्होंने बताया, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 में यात्रियों की सुविधा के लिए न्यू फ्लाई ओवर, अंडर पास, बनाए जाने का लक्ष्य डिसाइड की है। इस वर्ष देश भर में एक हजार फ्लाई ओवर व अंडरपास बनाने का लक्ष्य हैैं। अमृत भारत योजना के तहत स्टेशन का डेवलपमेंट होगा। लोकल हेरिटेज को ध्यान में रखते हुए बनाया जाएगा। इस बार यात्रियों को स्टेशन पर जन सुविधा कनवेंसिंग स्टोर खोले जाएंगे। इसके लिए एनई रेलवे अपने स्टेशन पर बनाएगा। पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 'वन स्टेशन वन प्रोडक्टÓ स्कीम के तहत लोकल क्राफ्ट व प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा। कम दूरी वाले स्टेशन पर वंदेभारत ट्रेन चलाई जाएगी। यह सारी रेल मंत्री द्वारा जानकारी दी जा रही थी। इसके बाद सीपीआरओ ने ब्रीफ किया।एनई रेलवे को इस मद में मिला बजट - नई रेल लाइन के लिए - 792 करोड़ - गेज कनवर्जन के लिए - 181 करोड़ - डबलिंग व ट्रिपल लाइन के लिए - 153 करोड़ - ट्रैक रिन्यूवल के लिए - 450 करोड़ - कस्टमर ऐमनटिज के लिए - 328 करोड़ - तीक्षा व खटीमा (उत्तराखंड) के लिए - 10 करोड़ - आनंदनगर - घूघली रेल लाइन के लिए - 20 करोड़ - मऊ - ताड़ीघाट के लिए - 150 करोड़ - सहजनवां - दोहरीघाट के लिए - 205 करोड़ - बहराइच-श्रीवास्वती-बलरामपुर लाइन के लिए - 390 करोड़- पडऱौना-कुशीनगर - गोरखपुर रेल लाइन के लिए - 10 करोड़ एनई रेलवे समेत देशभर के स्टेशनों पर होगी नई सुविधाएं
- 2023-24 फाइनेंसियल इंयर में न्यू लाइन, गेज लाइन, डबलिंग व ट्रिपलिंग लाइन पर काम करने के लिए 4500 किलोमीटर का लक्ष्य। - एक हजार फ्लाई ओवर व अंडर पास बनाने के लिए बनाए जाएंगे। जबकि 2014 से अब तक 10,438 फ्लाई ओवर व अंडर पास बनाए जा चुके हैैं। - पीपल फ्रेंडली बनाए जाएंगे अंडरपास, जिसमें होगा कैरिज वे, इसके लिए आईआईटी रूड़की की मदद से डिजाइन में की गई है चेजिंग - स्टेशन डेवलपमेंट के लिए 48 स्टेशन पर चालू है काम - स्टेशन पर यात्रियों के लिए जन सुविधा कनवेंसिंग स्टोर खोले जाएंगे। इसके साथ ही जनऔषधि केंद्र भी होंगे। जहां घरेलू वस्तुओं के साथ-साथ दवाएं भी आसानी से खरीद सकेंगे। इसके लिए दो हजार स्टेशन पर खोले जाने का लक्ष्य - रिजर्वेशन सिस्टम की कैपिसिटी को बढ़ाने के लिए दो लाख 25 हजार प्रतिमिनट टिकट निकालने की कैपिसिटी जनरेट की जाएगी। इसके लिए नेटवर्किंग सिस्टम को मजबूत किया जाएगा। - 40 हजार प्रतिमिनट इंक्वायरी वर्तमान समय में आती है, लेकिन आने वाले दिनों में 40 लाख प्रतिमिनट इंक्वायरी की क्षमता डेवलप की जाएगी। 22 सितंबर 2023 तक का है लक्ष्य - 'वन स्टेशन वन प्रोडक्टÓ स्कीम लाया जाएगा। इसके लिए स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाएगी। लोकल प्रोडक्ट को बढ़ावा दिया जाएगा।
- कम दूरी वाले स्टेशन पर वंदे मातरम ट्रेन चलाए जाने की प्लानिंग है। इन राज्यों को मिला बजट उत्तर प्रदेश - 17,507 करोड़ मध्य प्रदेश - 13,607 करोड़ राजस्थान - 9532 करोड़ उत्तराखंड - 5400 करोड़ पंजाब - 4762 करोड़ दिल्ली - 2477 करोड़ हरियाणा - 2247 करोड़ हिमाचल प्रदेश - 1838 करोड़ चंडीगढ़ - 452 करोड़