बाढ़ के मद्देनजर एनडीआरएफ ने कसी कमर
- घाघरा में उफान से जारी हुआ बाढ़ अलर्ट
- बाढ़ आपदा राहत के लिए आई एनडीआरएफ टीम GORAKHPUR: बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम ने डेरा डाल दिया है। मंडे मार्निग घाघरा नदी में उफान का अलर्ट जारी होते ही टीम हरकत में आ गई। अपनी तैयारियों को परखने के लिए टीम ने रामगढ़ताल में रिहर्सल किया। एनडीआरएफ टीम के अचानक पहुंचने से मोहद्दीपुर-कूड़ाघाट पुल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। लगातार बढ़ाव पर घाघरा नदी का पानीघाघरा नदी का लेवल मापने के लिए करतनिया घाट, एल्गिन ब्रिज, अयोध्या पुल, बरहज, तुर्तीपार, चांदपुर और मांझी में डेंजर लेवल स्थापित किया गया है। इस लेवल के आसपास जलस्तर पहुंचते ही अलर्ट जारी किया जाता है। मंडे मार्निग करतनिया घाट पर घाघरा का जलस्तर डेंजर लेवल से 20 सेंटीमीटर ज्यादा पहुंच गया। अयोध्या और तुर्तीपार में नदी खतरे के निशान से ज्यादा पाई गई। घाघरा में पानी बढ़ने से जिले में राप्ती, रोहिन, आमी और गोर्रा नदी में जलस्तर बढ़ जाता है। हालांकि अभी सभी नदियां खतरे के निशान से काफी नीचे हैं। घाघरा का जलस्तर बढ़ने के दौरान नेपाल में होने वाली भारी बारिश खतरा बढ़ा सकती है।
खुद को जाना, कितने पानी में हैं हमजिले में बाढ़ के इतिहास को देखते हुए प्रशासन पहले से तैयारी करता है। तीन साल से एनडीआरएफ की एक टुकड़ी गोरखपुर में कैंप करती है। मंडे को एनडीआरएफ के जवान सुबह करीब 10 बजे रामगढ़ताल पहुंचे। जवानों ने अपनी तैयारियां का जायजा लिया। रामगढ़ ताल में लाइफ जैकेट पहनकर जब जवान कूदे तो लोगों की भीड़ जमा हो गई। मोटर बोट, लाइफ जैकेट, सुरक्षा उपकरण सहित अन्य चीजों की जांच करके कमियों को दुरुस्त किया। पानी में बोट चलाकर बचाव के तैयारियां चेक की गई।
घाघरा नदी का पानी बढ़ रहा है। ऐसे में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। इसको देखते हुए बाढ़ से निपटने को प्रशासनिक तैयारी की गई है। गौतम गुप्ता, परियोजना प्रबंधक, जिला आपदा राहत केंद्र