जनसंख्या और विकास एक दूसरे के पूरक
- डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के जियोग्राफी डिपार्टमेंट में ऑर्गेनाइज नेशनल सेमिनार की हुई क्लोजिंग
GORAKHPUR :जनसंख्या और विकास एक दूसरे के पूरक हैं। विकास का निर्धारण जनसंख्या के परिपेक्ष्य में ही किया जाना चाहिए। भारत की सबसे बड़ी प्रॉब्लम जनसंख्या और संसाधनों के वितरण में विषमता है। जनसंख्या की वृद्धि एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, इसे जबरन नियंत्रित करना ठीक नहीं है। यह बातें मद्रास यूनिवर्सिटी से आए प्रो। पीएस तिवारी ने कहीं। वह डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के संवाद भवन में ऑर्गेनाइज नेशनल सेमिनार में कीनोट स्पीकर के तौर पर मौजूद थे। प्रोग्राम की अध्यक्षता कार्यवाहक वीसी प्रो। राजेंद्र प्रसाद ने की। एचओडी प्रो। नूतन त्यागी ने सभी गेस्ट का वेलकम किया। स्पेशल गेस्ट के तौर पर राजस्थान यूनिवर्सिटी के प्रो। आरएन मिश्रा ने जनसंख्या विकास और संसाधनों के संतुलित विकास पर बल प्रदान किया। इस दौरान टेक्निकल सेशन भी ऑर्गेनाइज किए गए। प्रोग्राम का संचालन ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी प्रो। एसके सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो। पीआरएस चौहानप और प्रो। एसके दीक्षित ने किया। इस दौरान बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे।