सर नहीं उठाना होगा, सिर्फ सुनकर लिखते जाइएगा..
- गोरखपुर यूनिवर्सिटी में सीसीटीवी कैमरों का तोड़ निकाल नकल माफिया ले रहे हैं ठेका
- दो हजार सुविधा शुल्क लेकर पास होने की गारंटी, ऑडियो वायरल होने के बाद वीसी ने बनाई जांच कमेटी - दो दिन पहले ही देवरिया के तीन कॉलेजेज में सीसीटीवी कैमरे बंद होने की हुई थी शिकायतGORAKHPUR: 'नहीं उठाना होगा, सिर्फ सुनकर लिखते जाइएगा, वरना दूसरे कॉलेजेज से सीसीटीवी कैमरे का डाटा पेन ड्राइव में मांगा जा रहा है, यहां से भी देना पड़ेगा तो पास नहीं हो पाएंगे' यह ऑडियो गोरखपुर यूनिवर्सिटी के अफिलिएटेड कॉलेज का है, जहां नकल माफिया कॉलेज के स्टूडेंट्स को दूसरे सेंटर पर जाने और वहां नकल का इंतजाम करवाने के लिए सुविधा शुल्क लेकर नकल करवाने के तरीके बता रहे हैं। बुधवार को ऑडियो वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी में हड़कंप मच गया और मामला वीसी प्रो। वीके सिंह के पास पहुंचा। वीसी ने तत्काल इस मामले में जांच कमेटी बना दी है, जो कॉलेज की जांच कर रिपोटर्1 सौंपेगी।
निकाला सीसीटीवी का तोड़डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी शुचितापूर्ण परीक्षा कराने की कोशिश में लगा है, लेकिन नकल माफिया यूनिवर्सिटी की कोशिशों पर पलीता लगाने की जद्दोजहद में लगे हैं। हर सेंटर्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश का तोड़ निकालते हुए नकल माफिया स्टूडेंट्स को बिना सिर उठाए बोले जाने वाले जवाब लिखने की सलाह दे रहे हैं। एक कॉलेज में नकल कराने का ठेका लेकर नकल माफिया स्टूडेंट्स को पास कराने की गारंटी ले रहे हैं।
दो हजार की मांग इसमें माफिया खुलेआम स्टूडेंट्स से नकल के नाम पर दो हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। साथ ही इस बात का आश्वासन दे रहे हैं कि सीसीटीवी कैमरों से स्टूडेंट्स को कोई परेशानी नहीं होगी। कॉलेजेज की ओर से बकायदा एक्सपर्ट का इंतजाम किया गया है, जो समय-समय पर थोड़ी देर के लिए सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग को बंद कर देंगे। इस दौरान रकम देने वाले स्टूडेंट्स को नकल कराई जाएगी। नकल के बाद ये एक्सपर्ट सीसीटीवी कैमरे से बंद रिकार्डिग के हिस्से को डिलीट कर देंगे। रिकार्डिंग के सामने आने पर वीसी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित कर मामले में रिपोर्ट तलब की है। जांच टीम के साथ होंगे सीसीटीवी एक्सपर्टकुछ दिन पहले वीसी को देवरिया के तीन कॉलेजेज में सीसीटीवी बंद कराकर नकल कराने की शिकायत मिली थी। इसके बाद उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए जांच कमेटी बना दी। साथ ही वीसी ने कॉलेजेज को वार्षिक परीक्षाओं की सीसीटीवी रिकार्डिंग सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं शिकायत मिलने के बाद उन्होंने सभी कॉलेजेज से हर हफ्ते सीसीटीवी फुटेज भी मंगवाई है, जिससे यूनिवर्सिटी के पास उसका डाटा स्टोर हो सके। किसी तरह की शिकायत मिलने पर सीसीटीवी की प्राथमिकता से जांच होगी। इसके लिए बाहर से टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट बुलाए जा रहे हैं। आरोप सही पाए जाने पर किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
वर्जन नकल की जितनी भी शिकायतें मिली हैं, सभी के लिए जांच कमेटी बनाई जा रही है। कहीं भी कैमरे या डीवीआर से छेड़ाछाड़ मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नकल विहीन परीक्षा में बाधा उत्पन्न करने वालों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। - प्रो। वीके सिंह, वीसी, डीडीयूजीयू