सिर्फ अंदर की खूबसूरती किस काम की
- बाहर प्राइवेट बसेस ने बना रखा है स्टैंड, वहीं स्टेशन रोड पर है एनक्रोचमेंट की भरमार
- स्टेशन को सुंदर बनाने के लिए नगर निगम ने मिलाया था रेलवे से हाथ, लेकिन अब तक कोई एक्शन नहींGORAKHPUR : हेरिटेज इंजन, चमचमाती हुई स्टील बेंचेज, एस्केलेटर, लिफ्ट, एसी लाउंज। गोरखपुर जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने के लिए रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने और न जाने क्या-क्या फैसिलिटी प्रोवाइड करानी स्टार्ट कर दी है। गोरखपुर जंक्शन पर कोई टूरिस्ट उतरे तो उसे यहां किसी मेट्रो सिटी से कम फैसिलिटी न मिले, इसके लिए रेलवे तमाम बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश कर रहा है। रेलवे की यह पहल शायद कुछ लोगों को पसंद नहीं है और वह रेलवे के लाखों रुपए डुबाने पर तुले हुए हैं। इसमें सबसे पहला नाम आता है नगर निगम का, जिसने रेलवे के आला अधिकारियों से हामी भरने के बाद भी स्टेशन को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने के लिए अब तक कोई पहल नहीं की है।
एनक्रोचमेंट की कंडीशन जस की तसपैसेंजर जब तक गोरखपुर जंक्शन के अंदर रहता है, तो उसके दिमाग में शहर को लेकर एक अलग व्यू रहता है। जैसे ही उसने रेलवे स्टेशन के बाहर कदम निकाला, उसके बाद जो नजारा सामने दिखता है, वह सिटी को शर्मसार करने के लिए काफी है। जिस ओर भी निगाह डालें सिर्फ एनक्रोचमेंट ही नजर आता है। दाहिने तरफ ठेलों की भरमार, तो वहीं साइड में लगे टेंपो रेलवे स्टेशन में जाने वाले रास्ते को छुपाए रहते हैं, वहीं अगर कोई साइकिल स्टैंड में एंट्री करना चाहे तो उसे बस की लंबी कतार के बीच से रास्ता ढूंढना होगा। कई बार ऐसा होता है कि बसों की लंबी कतार के बीच रास्ता ही ओझल हो जाता है।
कई बार हट चुका है एनक्रोचमेंट रेलवे स्टेशन पर से एनक्रोचमेंट कहने को तो कई बार हटाया गया है, मगर सिर्फ हटा भर देना तो इसका सॉल्युशन नहीं। छोटेकाजीपुर के रहने वाले मोहम्मद इरशाद की मानें तो रेलवे स्टेशन से साल में एक बार कोरम पूरा करने के लिए एनक्रोचमेंट तो हटा दिया जाता है, लेकिन वहां दोबारा कब्जा होने से रोकने के लिए अब तक कोई पहल नहीं की गई। नतीजा एनक्रोचमेंट हटने के दूसरे दिन से ही वहां फिर एनक्रोचमेंट हो जाता है जिससे वहां पर पैसेंजर्स और राहगीरों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। और बढ़ेंगी बुनियादी सुविधाएंबजट मिलने के बाद रेलवे बुनियादी सुविधाओं पर और ध्यान देने लग गया है। आई नेक्स्ट की खबर के बाद अब रेलवे का बुनियादी सुविधाओं पर ज्यादा जोर है। इसके लिए जहां पैसेंजर्स को बैठने के लिए क्ख्0 नई स्टील बेंचेज इंस्टॉलेशन का वर्क स्टार्ट हो चुका है। वहीं वाटर, टॉयलेट के साथ दूसरी अहम जरूरतों पर भी रेलवे फोकस कर रहा है। इसके साथ ही क्फ् मार्च को इनॉगरेट होने वाले स्टीम इंजन वाईएल भ्00क् को भी रेलवे स्टेशन के फर्स्ट क्लास गेट पर इंस्टॉल कर दिया गया है। वहीं पैसेंजर्स एमिनिटी की चीजें बढ़ाई जा रही हैं।
नगर से निगम से उच्च स्तर पर वार्ता की जा चुकी है। बाहर की व्यवस्था से उन्हें अवगत करा दिया गया है। साथ ही उनसे इस प्रॉब्लम को सॉर्टआउट कराने के लिए भी कहा गया है। आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे