ताले में मशीन लेकिन शहर में फॉगिंग!
- प्रत्येक दिन पांच वार्डो में फॉगिंग होने का बना था नियम
- पिछले एक माह से किसी भी वार्डो में नहीं हो रही फॉगिंग - नगर निगम की लापरवाही से मोहल्ले में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप GORAKHPUR: गोरखपुर के लोगों के जख्म पर नगर निगम नमक छिड़कने पर लगा हुआ है। शहर में मच्छरों का आतंक है बावजूद इसके नगर निगम की फॉगिंग मशीन ताले में बंद पड़ी हुई है। इसके बाद भी नगर निगम के आंकड़ों में रोजाना पांच वार्ड्स में फॉगिंग हो रही है। हालत यह है कि शाम होते ही घर हो या बाहर, हर जगह खड़ा होना दूभर हो गया है। मगर पब्लिक की परेशानी से अफसर और पार्षद दोनों ही अनजान बने बैठे हैं। इस मामले में पार्षदों का कहना है कि अफसर की लापरवाही की वजह से हमें ताने सुनने पड़ रहे हैं। सारे नियम दरकिनारपिछले साल नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव पास हुआ था कि डेली सिटी के पांच वार्डो में फॉगिंग की जाए। कार्यकारिणी के इस प्रस्ताव का दो माह पालन हुआ, उसके बाद नगर निगम के अफसरों ने इस प्रस्ताव को एक बार फिर ठंडे बस्ते में डाल दिया। इस नियम के उल्लघंन का सीधा असर शहर में दिख रहा है। बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग को सिटी की सफाई की जिम्मेदारी है। यही विभाग सिटी में फॉगिंग भी कराती है। विभाग फॉगिंग का काम 35 छोटी, तीन मीडियम और एक बड़ी मशीन की मदद से करता है।
दबाव पड़ने पर होती है फॉगिंग एक पार्षद का कहना है कि अपने मन से फॉगिंग कराने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की है। नगर निगम यह कार्य रूटीन के हिसाब से करता है, लेकिन पिछले एक माह से नगर निगम में केवल कागजों में फॉगिंग कर रहा है। एक माह में स्वास्थ्य विभाग में 300 से अधिक कंप्लेन आ चुकी है, लेकिन उन्हें सिवाए आश्वासन के और कुछ नहीं मिला है। पार्षद भी यह आरोप लगा रहे हैं कि जब फोन करते हैं तब फॉगिंग टीम आती है, नहीं तो टीम दिखाई देती। डेली 5 से 10 लोग हमारे यहां फॉगिंग कराने की कंप्लेन लेकर आते हैं, जब नगर निगम के अफसरों को फॉगिंग के लिए कहा जाता है, तो वह मशीन खराब होने और कर्मचारी न होने का बहाना कर देते हैं। एक माह से हमारे वार्ड में फॉगिंग नहीं हुई है। मंतालाल यादव, पार्षद घोसीपुरवाचुनाव बीत गया, लेकिन फॉगिंग मशीन वार्ड में नहीं दिखी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी से जब भी फॉगिंग के लिए फोन किया, तो उन्होंने एक ही बहाना किया कि कर्मचारी चुनाव में लगे हुए हैं।
ऋषि मोहन वर्मा, पूर्व पार्षद, जनप्रिय विहार कॉलोनी