ढाई लाख की बेइमानी पर सजा-ए-मौत
- बभन्नर ने खोला राज, पुलिस ने भेजा जेल
- पीपीगंज का नयनसर चुनाव संचालक हत्याकांड GORAKHPUR: पीपीगंज एरिया के नयनसर में चुनाव संचालक का अपहरण करने, गोली मारकर डेड बॉडी फेंकने के आरोपी ओम प्रकाश तिवारी उर्फ बभन्नर को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। इसके पहले पुलिस ने उसे मीडिया के सामने पेश किया। बभन्नर ने बताया कि रिजल्ट आने पर वह बौखला गया। उसके चुनाव संचालक ने ढाई लाख रुपए की बेइमानी कर ली थी, इसलिए गोली मारकर डेड बॉडी ठिकाने लगानी पड़ी। बभन्नर के साथ उसकी मां क्षेत्र पंचायत सदस्य कैलाशी देवी भी हत्या, हत्या के बाद सबूत मिटाने के आरोप में जेल गई। पांच अन्य अभियुक्तों की पुलिस तलाश कर रही है। मेंहदावल में फेंकी डेड बॉडी13 दिसंबर को नयनसर निवासी ओम प्रकाश तिवारी उर्फ बभन्नर ने चुनाव संचालक पुनीत की घर में गोली मारकर हत्या कर दी। पत्नी शशिकला, मां कैलाशी देवी, बेटे, बेटी और साले की मदद से उसकी डेड बॉडी को गाड़ी में लादकर मेंहदावल एरिया में फेंक आया। पुनीत की पत्नी इंदू ने पुलिस को सूचना दी। अपहरण का मामला दर्ज करके पुलिस ने पुनीत की तलाश शुरू की। तभी मेंहदावल पुलिस ने अज्ञात डेड बॉडी मिलने की सूचना दी। जेब में मिले परिचय पत्र से मृत व्यक्ति की पहचान पुनीत के रूप में हुई।
मां-बेटे हुए अरेस्ट एएसपी रोहित सिंह सजवान की अगुवाई में पुलिस टीम बभन्नर की तलाश में लगी रही। पीपीगंज और संत कबीरनगर जिले के बॉर्डर स्थित करतहरी में पुलिस ने बभन्नर और उसकी मां को अरेस्ट किया। पूछताछ में बभन्नर ने बताया कि उसकी मां कैलाशी देवी बीडीसी सदस्य का चुनाव लड़ी तो कुछ बूथ पर उनको कम वोट मिला। तब पुनीत ही चुनाव का सारा काम देख रहा था। प्रधानी चुनाव में उसकी पत्नी शशिकला प्रधान का चुनाव हार गई। उसने पुनीत को साढ़े पांच लाख रुपए मतदाताओं को बांटने के लिए दिया था, लेकिन पुनीत ने ढाई लाख रुपए हड़प लिया। पैसा न बंटने से उसकी पत्नी को कम वोट मिले। बभन्नर के बताने पर पुलिस ने पिस्टल, तमंचा और गाड़ी बरामद किया। 26 से अधिक मुकदमे हैं दर्जवर्ष 1987 में पहली बार ओम प्रकाश तिवारी उर्फ बभन्नर प्रकाश में आया। पीपीगंज थाना में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद शौकिया बभन्नर जरायम पेशे में आ गया। पीपीगंज के अलावा कैंट, कैंपियरगंज, चिलुआताल थानों में बभनर के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, बवाल, अपहरण, जानमाल की धमकी देने सहित कई धाराओं में केस दर्ज हुए। पुलिस का कहना है कि उसके खिलाफ अपहरण करके हत्या करने के मुकदमे ज्यादा दर्ज हैं। वर्ष 2011 में नयनसर में होली के दिन दो लोगों की हत्या में बभन्नर का नाम आया। गैंगेस्टर और गुंडा एक्ट की कार्रवाई भी चुकी है। हत्या के मामले में सजायाफ्ता बभन्नर हाईकोर्ट से जमानत है। पिता की मौत के पर मृतक आश्रित कोटे से उसे राजाबारी प्राइमरी स्कूल में हेडमास्टर की नौकरी मिली। पुलिस का कहना है कि पहली बार बभन्नर गिरफ्तार हुआ है। इसके पहले वह हर मामले में सरेंडर करके जेल चला जाता था। पीपीगंज इलाके में उसके खिलाफ लोग गवाही देने से कतराते हैं।
बभन्नर और उसकी मां को अरेस्ट कर लिया गया है। हत्या में उसकी पत्नी शशिकला की अहम भूमिका रही। अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही है। ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण