- भूमि विवाद में सहजनवां के बोक्टा में 28 अगस्त को हुई थी महिला की हत्या

- पुलिस ने सीहापार ओवर ब्रिज के पास से पिस्टल के साथ आरोपी को किया गिरफ्तार

GORAKHPUR: सहजनवां के बोक्टा में 28 अगस्त को जमीनी रंजिश में फायरिंग के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी। बुधवार की भोर में सीहापार ओवर ब्रिज के पास से पुलिस ने पिस्टल के साथ मुख्य हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को देखते ही आरोपी ने भागने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए उसे दौड़ाकर पकड़ लिया।

मिट्टी खनन रोका तो दाग दी गोली

बोक्टा निवासी रामदेव के पांच बेटे तिलकधारी, पलकधारी, लालधर, लालमोहर और लालजीत यादव हैं। गांव के ही मनोज यादव ने अन्य पांच भाइयों में से तिलकधारी को छोड़कर शेष भाइयों से जनवरी 2013 में दो लाख रुपये लेकर जमीन एग्रीमेंट करा लिया था। जिसमें से लालधर को छोड़कर लाल मोहन, पलकधारी व लालजीत ने अप्रैल 2016 में बैनामा कर दिया था। तिलकधारी के लड़कों की तरफ से लालधर को अपने पक्ष में कर लिया और उक्त बैनामा पर आपत्ति दीवानी न्यायालय में किया था। साथ ही दिग्विजय की ओर से अपने चाचा लालजीत यादव को पक्ष में करने के लिए न्यायालय में शपथ पत्र दिलवाया कि बैनामा के पूर्व ही जमीन का बंटवारा हो गया था। जिस जमीन की रजिस्ट्री हुई है वह दिग्विजय की है। इसी बात पर 28 अगस्त को आरोपी मनोज यादव गांव के ही प्रहलाद यादव के खेत से मिट्टी निकलवाकर दिग्विजय व लालजीत के जमीन के रास्ते टै्रक्टर-ट्राली से ले जा रहा था। जिसका विरोध दिग्विजय और लालजीत की ओर से किया गया। इसके बाद दोनों पक्षों की बीच कहासुनी हो गई।

9 एमएम की पिस्टल से मारी गोली

पुलिस की पूछताछ में हत्याभियुक्त मनोज यादव ने बताया कि इसी बात से नाराज होकर व लालजीत के दरवाजे पर पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। जिसमें लालजीत यादव की पत्‍‌नी जियना देवी की मौत हो गई थी। घटना के बाद एसपीआरए के आदेश पर गठित पुलिस टीम को सूचना मिली कि हत्याभियुक्त मनोज यादव कहीं बाहर भागने की फिराक में हैं। इसके बाद हरकत मे आई पुलिस ने सीयापार ओवरब्रिज के पास घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि नाइन एमएम की पिस्टल से चार गोली दागी थी। पुलिस ने उसके पास से एक बाइक, अवैध पिस्टल, दो अदद जिंदा कारतूस बरामद किया है। प्रतिबंधित पिस्टल बरामद होने के क्रम में अभियुक्त के खिलाफ आ‌र्म्स एक्ट का केस अलग से दर्ज किया गया है।

टीम को मिली शाबाशी

गिरफ्तार करने वाली टीम में एसओ ब्रजेश सिंह यादव, उन निरीक्षक चंद्रकांत पांडेय, धर्मराज, रणविजय सिंह, राहुल दूबे शामिल रहे।

वर्जन

हत्याभियुक्त ने पूछताछ में किसी का नाम नहीं लिया है। एक अन्य पर संदेह जा रहा है। उसकी पुलिस जांच कर रही है। साक्ष्य के आधार पर ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ब्रजेश सिंह, एसपी ग्रामीण

Posted By: Inextlive