तो टिबोली ने करवाई थी स्टाफ नर्स की हत्या
- मेडिकल कॉलेज में तैनात शहजाद की हत्या का मामला
- आरोपी मेहताब अरेस्ट, बंटी और बाबू की तलाश GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कालेज के नेहरू चिकित्सालय में तैनात स्टाफ नर्स शहजाद अली उर्फ सज्जू की हत्या करीबियों ने की थी। एक आरोपी फत्तेपुर निवासी मेहताब को अरेस्ट करके पुलिस उसके दो अन्य साथियों बंटी और बाबू की तलाश कर रही है। एसएसपी रामलाल वर्मा ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। बताया कि शहजाद के नौकरी पेशा होने को लेकर मेहताब को अपने परिवार में बेइज्जत होना पड़ता था। इसलिए उसने अपने साथियों संग मिलकर शहजाद को ठिकाने लगा दिया। वैसे इसके पहले एक महिला नर्स से अवैध संबंधों को लेकर मर्डर की बात सामने आई थी। लोको ग्राउंड में मिली थी डेड बॉडीमेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में तैनात शहजाद अली 11 अक्टूबर को ड्यूटी पर निकला। लेकिन रास्ते से अबुझ हाल में लापता हो गया। परिजनों ने प्रेम संबंधों में उसके अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसकी तलाश कर पाती, इसके पहले 12 अक्टूबर की दोपहर शाहपुर एरिया के कौआ बाग कॉलोनी स्थित लोको ग्राउंड में क्रिकेट खेलने गए बच्चों ने एक युवक की डेड बॉडी देखी। शराब की बोतल से युवक का गला रेता गया था। बच्चों के शोर मचाने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बाद में उसकी पहचान शहजाद उर्फ सज्जू के रूप में हुई।
शहजाद के कारण हुई थी पिटाई परिजनों ने प्रेम संबंधों में शहजाद के मर्डर की आशंका जताई। अपहरण और हत्या का मामला दर्ज करके पुलिस जांच में जुट गई। इस दौरान सामने आया कि शहजाद के करीबियों ने उसकी हत्या की है। मर्डर के बाद से फत्तेपुर निवासी मेहताब और उसके दो साथी लापता चल रहे थे। रविवार को मेहताब की लोकेशन पुलिस को मिली। क्राइम ब्रांच की मदद से गुलरिहा पुलिस ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि शहजाद की वजह से उसे बेइज्जत होना पड़ता था। परिवार के लोग शहजाद का उदाहरण देकर निठल्ला कहते थे। शहजाद की वजह से मेहताब को बड़े भाई ने पीट दिया। इससे गुस्सा होकर उसने शहजाद की हत्या करने की ठान ली। यह भी चर्चा थी कि एक महिला नर्स से संबंधों के चक्कर में शहजाद की हत्या हुई। लेकिन पुलिस ने इस वजह को नकार दिया। वर्जनशहजाद की हत्या में मेहताब को अरेस्ट किया गया है। उसने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर हत्या की थी। दोनों की तलाश की जा रही है।
- रामलाल वर्मा, एसएसपी