हत्यारोपी ने पटना में किया सरेंडर
- वारंट बी से गोरखपुर ले आई पुलिस
- पुलिस की पिटाई के डर से भागा बिहार GORAKHPUR: सिकरीगंज एरिया के शराब कारोबारी रामाश्रय जायसवाल के बेटे धर्मेद्र उर्फ दारा की हत्या में फरार मुल्जिम अजय सिंह ने पटना में सरेंडर कर दिया। गुरुवार को वारंट बी के जरिए पुलिस उसे गोरखपुर ले आई। दोपहर करीब तीन बजे उसे जिला कारागार में दाखिल किया गया। खोराबार के एसओ रामशीष सिंह यादव ने इसकी पुष्टि की। हत्या से फैली थी सनसनीधर्मद्र उर्फ दारा के बड़े भाई सहारा स्टेट में रहते हैं। 23 मार्च 2015 की रात दारा अपने भाई से मिलने गया। 24 मार्च 2015 की सुबह करीब आठ बजे कार से वह शहर की ओर आ रहा था। कांशीराम आवास योजना के पास दो बाइक सवार चार बदमाशों ने कार को घेर लिया। बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली चलाकर दारा की जान ले ली। इस वारदात में सिकरीगंज के प्रधान गिरजेश यादव और उसके बेटे दुर्गविजय को मुल्जिम बनाया गया। लेकिन भाड़े के शूटर्स की तलाश में पुलिस लगी रही।
वाराणसी में मारा गया आशीषजांच के दौरान वारदात में 50 हजार के इनामी बदमाश आशीष चौबे, धर्मेद्र सिंह, सिकरीगंज एरिया के जद्दूपट्टी निवासी अजय सिंह और उसके भाई संतोष सिंह का नाम सामने आया। संतोष सिंह को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। वाराणसी में आशीष चौबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फरार अजय सिंह ने पटना में सरेंडर कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि पिटाई से डर से वह पटना चला गया। पुलिस का कहना है कि धर्मेद्र सिंह की तलाश चल रही है।
आरोपी अजय सिंह ने पटना में सरेंडर किया था। कानूनी प्रक्रिया पूरी करके उसको गोरखपुर लाया गया। गुरुवार को उसे जेल में दाखिल कर दिया गया। रामाशीष सिंह यादव, एसओ खोराबार