जिला निर्वाचन विभाग की टीम लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इसके लिए वोटर लिस्ट फाइनल की जा चुकी है. पुनरीक्षण के दौरान गोरखपुर में 473 वोटर्स ऐसे मिले हैं जिन्होंने 100 साल की उम्र पार कररली है. इसमें सबसे ज्यादा तादाद चौरीचौरा और पिपराइच विधानसभा में है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। सबसे कम सहजनवां और गोरखपुर ग्रामीण में है। यह सभी मतदाता 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल करेंगे। यह वही वोटर हैं जिन्होंने आजादी के बाद देश में पहली बार हुए चुनाव में भी अपने वोटिंग राइट का इस्तेमाल किया था। 100 से ऊपर के सबसे अधिक 141 वोटर्स चौरीचौरा विधानसभा में हैं जबकि सबसे कम महज 3 वोटर सहजनवां विधानसभा क्षेत्र में है।60 प्रतिशत से ज्यादा महिला वोटर्स


23 जनवरी को 2024 को मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम का अंतिम प्रकाशन हो चुका हैै। सबसे ज्यादा गोरखपुर अर्बन में वोटर्स की संख्या है, जबकि दूसरे नंबर गोरखपुर रूरल विधानसभा के वोटर्स हैैं। तीसरे नंबर पर चिल्लुपार विधानसभा क्षेत्र में वोटर्स अपने वोटिंग राइट्स का इस्तेमाल करेंगे। नए वोटर लिस्ट में जिले की सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में मिलाकर 5,60,039 नए वोटर्स बढ़े हैं। इनमें से 60 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। जिले की सूची में 33 हजार 932 महिला वोटर्स नई शामिल हुई हैं। 36 लाख से ज्यादा वोटर्स

जिले में कुल वोटर्स की संख्या 36,32,888 हो गई है। पिछली सूची में यह संख्या 35,76,849 थी। 1952 के ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव से मतदान करते आ रहे एनई मजदूर यूनियन के महामंत्री 106 वर्षीय केएल गुप्ता 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वोटिंग राइट का इस्तेमाल करेंगे। सबसे हैरान करने वाली बात तो यह कि श्री गुप्ता खुद 61 बार रेल संगठन का चुनाव लड़ चुके हैं। 106 वर्ष हो जाने के बाद युवाओं की जैसी याददाश्त और वोटिंग करने का जज्बा कायम है। अभी तक की जानकारी के अनुसार श्री गुप्ता सबसे अधिक वृद्ध और सबसे अधिक बार मतदान करने वाले वोटर हैं। 1952 में पहली बार केएल गुप्ता गए थे वोट डालनेडीजे आईनेक्स्ट से बातचीत में श्री गुप्ता ने बताया कि वह 1951 मे वोटर बन गए थे। उस समय में उनके कई साथी वोटर नहीं थे तो मन में एक प्रकार का ही वोट डालने को लेकर जज्बा था। पहली बार जब जब 1952 में विधानसभा का वोट डालने गया तो बूथ पर जो स्वागत हुआ। वह अभीभूत करने वाला था। आजाद भारत में लोकतंत्र का पहला वोट डाल जब बाहर निकलने पर खुद को गौरवान्वित कर रहा था। उंगली पर लगी स्याही काफी दिनों तक मिटने नहीं दी। उसके बाद से लगातार लोकसभा, विधानसभा में वोट करता आ रहा हूं। घर बैठे दे सकेंगे वोट

वहीं 80 के पार वोटरों को घर बैठे वोटिंग की व्यवस्था है। इसमें बीएलओ द्वारा अपने क्षेत्र के दिव्यांगजन, बुजुर्ग मतदाताओं को प्रारूप- 12 डी उपलब्ध कराया जाएगा। दो मतदान अधिकारियों की टीम सेक्टर मजिस्ट्रेट, बीएलओ की देखरेख में मतदाता के घर जाकर उनकी पहचान सुनिश्चित करेंगे। चुनाव आयोग द्वारा 11 पहचान चिन्हों के जरिए मतदाता की पहचान की जाएगी। इसके बाद मतदाता को पोस्टल बैलेट पेपर दिया जाएगा। मतदाता अपनी पसंद के प्रत्याशी को वोट करेगा। उसे 13-क घोषणापत्र भी भरना होगा। एक छोटा लिफाफा 13-बी भी मतदाता को उपलब्ध कराया गया। जिसमें मतदाता अपने बैलेट रखेगा। इसके बाद एक बड़े लिफाफे 13-सी में 13-बी और 13-क दोनों को रखकर मतदान अधिकारी को प्रदान करेगा। इससे पहले मतदाता को वोट करने की प्रक्रिया की पूरी जानकारी टीम द्वारा प्रदान की जाएगी।सीनियर सिटीजन वोटरों की संख्याविधानसभा - 99-100 वर्ष - 100 से 109 वर्ष की संख्याकैम्पियरगंज - 1275 - 43
पिपराइच - 1251 - 127सदर - 593 - 22ग्रामीण 998 - 04सहजनवा - 1031 - 03
खजनी - 1045 - 08चौरीचौरा - 1176 - 141बांसगांव - 1445 - 99चिल्लूपार - 859 - 26 9 विधानसभा क्षेत्र में बीएलओ द्वारा अपने क्षेत्र के दिव्यांगजन, बुजुर्ग मतदाताओं को प्रारूप- 12 डी उपलब्ध कराया जाएगा। दो मतदान अधिकारियों की टीम सेक्टर मजिस्ट्रेट, बीएलओ की देखरेख में मतदाता के घर जाकर उनकी पहचान सुनिश्चित करेंगे। वह अपने घर से ही वोटिंग राइट का इस्तेमाल कर सकेंगे। - कृष्णा करुणेश, डीएम-जिला निर्वाचन अधिकारी

Posted By: Inextlive