एडिक्शन से खत्म हो रहा है पढ़ाई का डेडिकेशन
-पढ़ाई से भाग रहे स्टूडेंट्स, सोशल मीडिया के सहारे देख रहे बड़े-बड़े सपने
-सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड स्कूलों के स्टूडेंट्स की काउंसिलिंग में सामने आई बात GORAKHPUR: लॉकडाउन के बाद स्कूल खुले तो बच्चों के नेचर में बहुत से बदलाव देखने को मिल रहा है। बच्चे आईएएस, पीसीएस, डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना तो देख रहे हैं, लेकिन उसे पूरा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। करीब 11 महीने तक स्कूल बंद रहे तो हर बच्चे के हाथ में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल आया और अब वो उसके लती बन गए हैं। स्कूल खुलने पर उनका पढ़ाई करने में जरा भी मन नहीं लग रहा है। इस बात का खुलासा मंडलीय साइकोलॉजी सेंटर के एक्सपर्ट ने किया है। स्कूलों में जाकर की बच्चों की काउंसिलिंगस्कूल खुलने के बाद से ही मंडलीय साइकोलॉजी सेंटर के एक्सपर्ट की टीम गोरखपुर के सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड स्कूलों में जा रही है। स्कूल में बच्चों से बातचीत कर उनकी मनोदशा को समझ रहे हैं। क्लास 6 से 12 तक के बच्चों से अलग-अलग मिलकर टीम ने उनसे बातें की और अच्छे टिप्स दे रहे हैं। वहीं टीचर्स से भी फीडबैक भी लिया जा रहा है। अभी तक ये टीम शहर के करीब 30 स्कूलों में जाकर बच्चों की काउंसिलिंग कर चुकी है। जिसमे कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं।
बच्चों अंदर आए बदलाव - -कॉन्फिडेंस की कमी। -ब्वॉयज स्कूलों में स्टूडेंट के अंदर नहीं दिखी सीखने की प्रवृति। -हीनता की भावना पनप रही है। -गर्ल्स स्कूलों में पाया गया कि लड़कियों के अंदर संकोच और डरी हुई हैं। -चार लाइन हिंदी लिखने में भी कर रहे गलतियां। -किताब खोलने में आलस दिखा रहे बच्चे। -आंसर लिखने में इंट्रेस्ट नहीं गूगल से खोज रहे बच्चे। -क्लास में ध्यान इधर-उधर केन्द्रित रहता है। -कुछ भी याद कर जल्दी भूल जा रहे। -क्लास में कुछ भी काम करने में सुस्ती दिखा रहे है। बच्चों ने काउंसलर से पूछे सवाल -क्यां करूं कि मुझे सवाल भूले ना याद रहे? -जब मैं क्लास में पढ़ता हूं तो मुझे सुस्ती आती है? -कैस रूटीन तैयार करें कि कॅरियर में दिक्कत ना आए? -कोई भी काम करने में कैसे इंट्रेस्ट पैदा करें? -सुबह उठने में प्रॉब्लम होती है? एक्सपर्ट के सुझाव -कन्सट्रेट बढ़ाने के लिए डेली अनुलोम विलोम करें। -सुबह 8 बजे के पहले सूर्य की किरण के सम्पर्क में 10-15 मिनट जरूर आएं। मेमोरी शार्प करने के लिए ये करें -जोर से रीडिंग करें। -उसे याद करें।-एक घंटे बाद उसे फिर रीविजन करें।
यूपी बोर्ड स्कूल- 489 सीबीएसई स्कूल- 119 आईसीएसई स्कूल- 17 स्कूलों की हो चुकी काउंसिलिंग- 30 लॉकडाउन के बाद स्कूल खुले हैं तो बच्चों के अंदर बहुत बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अधिकतर बच्चे पढ़ाई से भाग रहे हैं। उनका अधिक मन मोबाइल यूज करने में लग रहा है। इंटरनेट पर सारी चीजें अवेलबल होने के कारण अब पढ़ाई में मोबाइल का अधिक यूज कर रहे हैं। डॉ। हिमांशु पाण्डेय, साइकोलॉजिस्ट