लोगों का चैन चुराने वाला उत्पाती बंदर हुआ 'अरेस्ट'
- बांसगांव में छीन लिया था लोगों का चैन
- तीन दिनों से पब्लिक लगा रही थी गुहार BANSGAON : बांसगांव एरिया में एक माह से लोगों का चैन चुराने वाला बंदर पकड़ा गया। मंगलवार की दोपहर रेंजर अनिल कुमार और वन दारोगा राजकरन टीम लेकर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद बंदर को जाल में फांस करके बोरे में कैद कर लिया। बंदर के पकड़े जाने की सूचना से पूरे क्षेत्र के लोग जमा हो गए। लोगों ने वन कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। 50 से अधिक हुए शिकारउत्पाती बंदर पूरे एरिया में दहशत फैला रहा था। एक माह के भीतर बंदर ने करीब 50 लोगों को काट लिया। ट्रैक्टर चालक को थप्पड़ मारा जिससे व्हीकल पलट गया। बंदर के डर से लोगों ने राह चलना बंद कर दिया। तीन दिनों से लोग वन कर्मचारियों से बंदर को पकड़ने की गुहार लगा रहे थे। मंगलवार को शिकारी मोर्हरम अली, शफीक, रफीक, हसन, नूर मोहम्मद, जमीरुल्ला पहुंचे। लोगों ने भिटौला बाजार कसबे में जाल बिछाया। करीब तीन घंटे बाद बंदर को पकड़ने में कामयाब रहे। बोरे में भरकर बंदर को वन कर्मचारी सदर तहसील ले गए।
एसडीएम ने ली जानकारीबंदर को पकड़े जानकारी एसडीएम सदर मोतीलाल सिंह को दी गई। बंदर लेकर वन कर्मचारी तहसील पहुंचे तो देखने वालों का तांता लग गया। लोगों की भीड़ काफी देर तक लगी रही। एसडीएम ने बंदर को जंगल में छोड़ने का निर्देश दिया। बंदर के पकड़े जाने पर लोगों ने राहत महसूस की। हालांकि लोगों ने यह भी कहा कि मंगलवार की सुबह बंदर पकड़ने के लिए पब्लिक से 10 हजार रुपए मांगे गए। लोगों के विरोध करने पर वन कर्मचारियों ने इरादा बदल दिया।
काफी दिनों से लोगों को परेशान कर रहा बंदर पकड़ा गया। उसको सुरक्षित तरीके से जंगल में छोड़ने का निर्देश दिया गया है। बंदर के लिए शिकारियों को बाहर से बुलाना पड़ा था। मोतीलाल सिंह, एसडीएम, बांसगांव