अब मीटर लगाने पर ही दौड़ा सकेंगे ऑटो
- आरटीए की मीटिंग में हुआ डिसीजन, ऑटो के नए रजिस्ट्रेशन के लिए मीटर जरूरी
- पुराने ऑटो को भी 6 मंथ में लगवाना होगा मीटर - धारा 86 के अंतर्गत 6 परमिट किए गए निरस्त GORAKHPUR : दिल्ली, लखनऊ की तर्ज पर अब गोरखपुर में भी मीटर लगे ऑटो दौड़ते नजर आएंगे। इसके लिए रोड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) ने सभी नए ऑटो रिक्शा के लिए मीटर मस्ट कर दिया है। अब आरटीओ में नए ऑटोरिक्शा का रजिस्ट्रेशन तब ही होगा, जब ऑटो में मीटर लगे होंगे। आरटीए की इस पहल से जहां ऑटो में मनमानी वूसली पर लगाम लगेगी, वहीं पैसेंजर्स भी लुटने से बच जाएंगे। मीटिंग की अध्यक्षता कमिश्नर आरके ओझा ने की। इस दौरान डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर वीके सिंह, आरटीओ एम अंसारी, आरटीओ एनफोर्समेंट एके गुप्ता के साथ डिपार्टमेंटल ऑफिसर्स, एसोसिएशन मेंबर्स और आरटीए मेंबर्स मौजूद रहे। पुराने ऑटो को म् मंथ का वक्तएक तरफ जहां नए ऑटो रजिस्ट्रेशन के लिए मीटर जरूरी होगा, वहीं पुराने ऑटो को आरटीए ने म् मंथ का मौका दिया है। आरटीओ एम अंसारी ने बताया कि पुराने ऑटो मालिकों को म् मंथ के अंदर अपनी गाड़ी में मीटर लगवा लेने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने की कंडीशन में उनकी गाडि़यां रोड पर नहीं दौड़ सकेंगी। ग्रामीण अंचल के ऑटो को फिलहाल ऑटो में मीटर लगवाने के इस नए आदेश से राहत दी गई है।
म् का परमिट हुआ निरस्त आरटीओ ने बताया कि मीटिंग के दौरान धारा-8म् के अंतर्गत चालान हुई म् गाडि़यों का मामला भी रखा गया। इस पर कार्रवाई करते हुए अथॉरिटी ने सभी का रजिस्ट्रेशन कैंसिल करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही स्पेशल परमिट का अनुमोदन भी कर दिया गया है। इस दौरान एसोसिएशन मेंबर्स ने एलपीजी गैस की किल्लत का हवाला देते हुए सभी को लाइसेंस न जारी करने की डिमांड की। इस पर यह फैसला लिया गया कि मिनिस्ट्री और डिपार्टमेंट का यह साफ निर्देश है कि परमिट उदारता पूर्वक जारी किए जाएं, इसलिए इनपर रोक लगाना पॉसिबल नहीं है। कैरज बाई रोड एक्ट के तहत क्7 को लाइसेंसबिजनेस के इरादे से आरटीओ के पास कैरेज बाई रोड एक्ट के तहत ख्भ् अप्लीकेशन आई थी। इनको स्क्रूटनाइज करने के बाद इनमें से क्7 को लाइसेंस ग्रांट दे दी गई। आरटीओ एनफोर्समेंट डॉ। एके गुप्ता ने बताया कि इस एक्ट के तहत अप्लाई करने वाले 8 कैंडिडेट्स या तो रूल के मुताबिक हैसियत में कम थे या फिर वह इसकी शर्तो को पूरी नहीं कर रहे थे, जिसकी वजह से इन्हें रिजेक्ट कर दिया गया।