वेबसीरिज और सोशल मीडिया ने लोगों को इस कदर अपनी जद में ले लिया है कि उन्हें रील और रियल लाइफ का फर्क ही नहीं रह गया है.


गोरखपुर (अमरेंद्र पांडेय)।फिल्मी दुनिया से इंस्पायर यूथ अपनों को मारने में भी झिझक नहीं रहे हैं और आए दिन रिश्तों के कत्ल की घटनाएं हो रही हैं। कत्ल के बाद फिल्मी अंदाज में सबूत मिटाने की कोशिशें भी खूब की जा रही है। ऐसे हालात शासन-प्रशासन व पुलिस अधिकारियों के लिए चुनौती बन गई है। ऐसे में अब शासन इसको लेकर गंभीर हो गया है। शासन के आदेश पर प्रदेश के 29 डिग्री कॉलेजों में अब स्टूडेंट्स को रील और रियल लाइफ की हकीकत समझाई जाएगी। 'हेल्थ प्रमोशन, मेंटल हेल्थ, लाइफ स्किल एमंग यूथÓ टॉपिक पर वर्कशॉप के जरिए उनकी मेंटल हेल्थ पर फोकस किया जाएगा। गोरखपुर के दो कॉलेज शामिल


मेंटल हेल्थ पर ऑर्गनाइज होने वाली वर्कशॉप में स्टूडेंट्स के साथ ही उनके पेरेंट्स को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए गोरखपुर के दो कॉलेज को नामित किया गया है। इन कॉलेजों में स्टूडेंट्स व उनके पेरेंट्स को बुलाकर साइकोलॉजिस्ट उन्हें अवेयर करेंगे। गोरखपुर में जिन दो कॉलेजेज का सेलेक्शन किया गया है उसमें सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज व भवानी प्रसाद पांडेय डिग्री कॉलेज शामिल है। इन दोनों कॉलेज में वर्कशॉप के लिए सीएमओ डॉ। आशुतोष दुबे ने साइक्लोजिस्ट डॉ। अमित शाही व रामेंद्र त्रिपाठी को नामित किया गया है। इन्हें निर्देशित भी किया गया है कि वह स्टूडेंट्स को वर्कशाप के माध्यम से उन्हें आज के युवाओं में होने वाली मानसिक बीमारियों से कैसे निपटे और आसपास में रहने वाले युवाओं या बुजुर्गो को इस मानसिक बीमारियों से बाहर निकालने के लिए प्रेरित करना है। तनाव बढऩे से बढ़ रहे मानसिक रोगी

साइक्लोजास्टि डॉ। अमित शाही ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी का दैनिक जीवन में तनाव बढ़ रहा है। इसकी वजह से वह मानसिक रोग का शिकार बढ़ रहे हैैं। जीवन में एकाकीपन बढ़ रहा है। मोबाइल की लत बढ़ रही है। सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो रहा है। रिश्तों में स्नेह और सम्मान कम हो रहा है। यही वजह है कि आत्महत्या जैसे केसेज भी बढ़ रहे हैैं। कुंठा और नशा जीवन मानसिक रोगी बढ़ रहे हैैं। वहीं सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज के साइकोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी श्वेता जॉनसन ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी में क्राइम के बदलते स्वरुप और आत्मा हत्या जैसे घटना होने पर कहीं न कहीं आज की युवा पीढ़ी में तनाव ज्यादा है। इसे सोशियो पैथ कहा जाता है, जो समाज में डेवलप हो रहे हैैं। हमारे कॉलेज को सेलेक्ट किया गया है। युवा पीढ़ी व उनके पेरेंट्स को अवेयरनेस प्रोग्राम के लिए वर्कशॉप स्टार्ट कर दी गई है। 23- मरेठ - डीएन डिग्री कॉलेज 24 - मिर्जापुर - गोवर्धन दास बिनानी, महाविद्यालय 25- मिर्जापुर - श्रीलोक श्रीनेत महाविद्यालय 26- सहारनपुर - एमएस कॉलेज 27- सहारनपुर - गोचर महाविद्यालय रामपुर मणिहरण 28 - वाराणसी - आर्य महिला पीजी कॉलेज चेतगंज 29 - वाराणसी - डीएवी पीजी कॉलेज प्रदेश भर में बढ़ रहे क्राइम को देखते हुए युवा और उनके पैरेंट्स के लिए मेंटल हेल्थ प्रमोशन एंड मेंटल हेल्थ लाइफ स्किल डेवलप करने के लिए वर्कशॉप शुरू की गई है। आज के बदलते क्राइम में जो परिवर्तन नजर आ रहे हैैं। उस पर अंकुश लगाया जा सके।- डॉ। एके चौधरी, वेक्टर डिजीज प्रभारी व एसीएमओ


क्या करें लोग - - दिनचर्या स्वस्थ करने की जरुरत है। - सामाजिकता बढ़ाए और संबंधों में मधुरता बनाए रखें। - परिवार में घुल मिलकर रहना और दुख-सुख पर चर्चा करना चाहिए। - 50 प्रतिशत मानसिक रोगों की शुरुआत एडोलेसेंट एज गु्रप में हो जाता है। इसलिए इस आयु वर्ग पर विशेष ध्यान देना चाहिए। - कॉलेजेज में अवेयरनेस प्रोग्राम के साथ ही टाइम मैनेजमेंट भी बताना चाहिए। - बेहतर कोविंग स्किल्स और डिफेंस मैकेनिज्म सीखना चाहिए। - मनोरंजन के लिए समय दें। फैक्ट फिगर- मार्च 2023 में तिवारीपुर एरिया में 62 वर्षीय मधुर मुरली गुप्ता की उनके ही बेटे ने बेरहमी से जान ले ली। आरी से उनकी गर्दन रेतकर अलग कर दी।- साल 2023 में सहजनवां में एक महिला ने अपने पति और दो मासूम बेटों की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।- साल 2023 में गोला के देवकली में इंद्रबहादुर मौर्य ने पत्नी, बेटे और बेटी की गला रेतकर हत्या की, इसके बाद खुद भी सुसाइड कर लिया।- साल 2023 में बड़हलगंज में एक महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी।
- 18 मार्च 2022 को गुलरिहा में शराब के लिए पैसे नहीं देने पर एक युवक ने अपने पिता का सिर कूचकर हत्या कर दी। - 24 मार्च 2022 को गगहा में 60 वर्षीय जगदीश की उनके बेटे ने हत्या कर दी। प्रदेश के इन कॉलेजेज में होंगे वर्कशॉप1- अलीगढ़ - श्री वार्षणेय महाविद्यालय 2- अलीगढ़ - श्रीटीका राम कन्या महाविद्यालय 3- अयोध्या - श्री परमहंस शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय 4- अयोध्या - डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय 5- आजमगढ़ - श्री गांधी पीजी कॉलेज 6- बांदा - अटरा पीजी कालेज, अर्टा 7- बांदा - राजकीय महिला संतकोत्तर महाविद्यालय 8- बरेली - महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय, बरेली 9- बरेली - गंगाशील महाविद्यालय, बरेली 10 - बस्ती - चौधरी चरण सिंह महाविद्यालय, बस्ती 11 - बस्ती- चंद्र गुप्त मौर्य महिला डिग्री कालेज, बस्ती 12- गोंडा - श्री महादेव शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय 13 - गोरखपुर - सेंट एंड्रयूज कॉलेज 14 - गोरखपुर - भवानी प्रसाद पांडेय पीजी कॉलेज 15- झांसी - बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी 16- झांसी - बुंदेलखंड डिग्री कॉलेज 17- कानपुर - ए.एन.डी डिग्री कॉलेज 18- लखनऊ - अवध डिग्री कॉलेज 19 - लखनऊ - श्री गुरु नानक गल्र्स डिग्री कॉलेज 20 - लखनऊ - रामधीन सिंह गल्र्स डिग्री कॉलेज 21- लखनऊ - नेशनल पीजी कॉलेज 22- यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ Posted By: Inextlive