..और बन गया नया इतिहास
- गोरखपुर यूनिवर्सिटी की हिस्ट्री में फर्स्ट टाइम ऑर्गेनाइज हुआ दो दिनों का कनवोकेशन
- फर्स्ट डे राज्यपाल के हाथों बांटे गए यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल, वहीं सेकेंड डे मेमोरियल मेडल्स से सम्मानित हुए होनहार - पहली बार स्टूडेंट्स का डिजाइंड लोगो हुआ यूज द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी का 33वां कनवोकेशन इतिहास रच गया। इसमें जहां पहली बार स्टूडेंट्स को अलग-अलग दिनों में यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडल और मेमोरियल मेडल डिस्ट्रिब्यूट किए गए, वहीं दूसरी ओर फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट्स का डिजाइन किया लोगो कनवोकेशन में यूज किया गया। संडे को यूनिवर्सिटी के कनवोकेशन की क्लोजिंग सेरेमनी ऑर्गेनाइज की गई। इसमें 26 स्टूडेंट्स को मेमोरियल मेडल देकर सम्मानित किया गया। 26 स्टूडेंट्स को दिया गया मेमोरियल मेडलयूनिवर्सिटी में पहली बार सेकेंड डे मेमोरियल मेडल डिस्ट्रिब्यूट किए गए। इसमें नैक के डायरेक्टर प्रो। एएन राय और वीसी प्रो। अशोक कुमार ने स्टूडेंट्स को मेमोरियल मेडल देकर सम्मानित किया। इस दौरान डिफरेंट स्ट्रीम के 26 स्टूडेंट्स को 58 मेमोरियल मेडल्स देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सबसे ज्यादा मेडल विशाल श्रीवास्तव को मिले, उन्हें 2 यूनिवर्सिटी गोल्ड समेत 8 मेडल हासिल हुए। वहीं टोटल 7 मेडल पाने वाली प्रियंका सिंह को भी 6 मेमोरियल मिले।
सही मायने में आज हुआ दीक्षांतयूं तो सभी यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट को सैटर्डे को गवर्नर के हाथों मेडल देकर सम्मानित कर दिया गया, मगर सही मायने में दीक्षांत संडे को ही हुआ। अपनी फैमिली के साथ दीक्षा भवन में पहुंचे गोल्ड मेडलिस्ट को इस दौरान न तो गेस्ट के प्रोटोकॉल की टेंशन थी और न ही सेल्फी और फोटो खींचने के लिए जरूरी मोबाइल के जमा हो जाने का डर। इस दौरान स्टूडेंट्स ने जी भर के अपने फ्रेंड्स, फैमिली मेंबर्स के साथ फोटोग्राफ खींची। सेकेंड डे ऑर्गेनाइज कनवोकेशन सेरेमनी की एक और खास बात यह रही कि इस दौरान उन स्टूडेंट्स को डिग्री अवार्ड की गई, जिन्होंने गाउन तो ले लिया था, लेकिन किन्हीं वजहों से इसमें शामिल नहीं हो सके थे। ऐसे सभी स्टूडेंट्स को डीन की मौजूदगी में वीसी ने डिग्री अवार्ड की।
टाइमली स्टार्ट हो गया प्रोग्रामकनवोकेशन का रेस्ट पार्ट नेक्स्ट डे टाइमली स्टार्ट हो गया। इस दौरान चीफ गेस्ट प्रो। एएन राय, वीसी प्रो। अशोक कुमार, रजिस्ट्रार एके अरविंद के साथ तमाम डीन स्टेज पर मौजूद रहे। पहले जहां स्टूडेंट्स को डिग्री अवार्ड की गई, वहीं उसके बाद स्पांर्स्ड मेडल्स से नवाजा गया। इसके बाद चीफ गेस्ट ने अपनी स्पीच दी। वीसी ने चीफ गेस्ट को मोमेंटो और शॉल देकर सम्मानित किया। रजिस्ट्रार एके अरविंद ने वोट्स ऑफ थैक्स पेश किए। प्रोग्राम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।
बॉक्स - राष्ट्रगान के लिए वीसी ने थामी कमान क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान फाइन आर्ट्स एंड म्यूजिक के स्टूडेंट्स स्टेज पर मौजूद नहीं थे। इसकी वजह से राष्ट्रगान के लिए खुद वीसी प्रो। अशोक कुमार ने माइक की कमान संभाली। उनका साथ रजिस्ट्रार ने बखूबी दूसरे माइक पर दिया। दोनों की जुगलबंदी के साथ पूरा दीक्षा भवन राष्ट्रगान की आवाज से गूंज उठा। मेडल टैली विशाल श्रीवास्तव 8 मेडल प्रियंका सिंह 7 मेडल ऋचा राय 6 मेडल निष्ठा पांडेय 5 मेडल सुरभि अग्रवाल 4 मेडल प्रशंसा मद्धेशिया 4 मेडल ज्योति त्रिपाठी 4 मेडल विवेक मिश्र 4 मेडल हादिया हुसैन 4 मेडल राजीव कुमार 4 मेडल इन्हें भी मिला मेमोरियल मेडल अनिल मिश्रा, अंकित मिश्रा, प्रतीक भट्ट, सुनिधि गुप्ता, आजाद प्रसाद, सूफिया खातून, अनुराधा त्रिपाठी, शिव कुमार मद्धेशिया, रईसुद्दीन, सोनिया पारिक, दिव्या सिंह, आरती जायसवाल, प्रेरणा शुक्ला, नेहा पांडेय