60 गोलियों के सहारे होगी स्वाइन फ्लू से जंग
- सीएचसी, पीएचसी पर नहीं है कोई इंतजाम
- एलर्ट के बावजूद नहीं जाग रहे मेडिकल ऑफिसर्सGORAKHPUR : स्वाइन फ्लू की दहशत पूरे प्रदेश में फैली हुई है। चीफ सेक्रेट्री की ओर से स्पेशल एलर्ट जारी किया गया है और सभी जिलों में स्वाइन फ्लू से निपटने के बंदोबस्त करने के आदेश दिए गए हैं। गोरखपुर में स्वाइन फ्लू के दो पेशेंट्स की मौत के बावजूद हालात कंट्रोल में नहीं हैं। स्वाइन फ्लू को लेकर कोई ठोस तैयारी नहीं की गई है। हालात ये हैं कि अभी तक प्राइमरी और सेंट्रल हेल्थ सेंटर्स पर टेमीफ्लू कैप्सूल्स, किट और मास्क तक नहीं भेजे गए हैं। इन सेंटर्स पर तैनात स्टाफ को टीके भी नहीं लगाए गए हैं। सबसे हैरानी की बात तो ये है कि स्वास्थ्य विभाग के सेंट्रल ड्रग स्टोर में टेमीफ्लू की सिर्फ म्0 गोलियां, ख्0 किट और तीन मास्क ही अवेलबल हैं। ये हाल तब है जब जिले में क्फ् पीएचसी और 9 सीएचसी है। हालांकि प्रशासन का ये दावा है कि पर्याप्त गोलियां, किट और मास्क मौजूद हैं।
जिले में ये हैं हेल्थ सेंटर्स प्रीएचसी - कौड़ीराम, गगहा, डेरवा, खजनी, उरुवा, बेलघाट, पिपरौली, सरदानगर, खोराबार, ब्रह्मपुर, चरगांवा, भटहट, जंगल कौडि़या सीएचसी -गोला, बांसगांव, हरनही, सहजनवां, पाली, बड़हलगंज, कैम्पियरगंज, पिपराइच और चौरीचौराएलर्ट के बाद भी लापरवाही
स्वाइन फ्लू से पूरे देश में म्भ्0 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। शासन की ओर से प्रदेश के सभी जिलों को दवाइयां भेजी गई हैं, लेकिन गोरखपुर में हेल्थ सेंटर्स पर दवाइयां मौजूद नहीं हैं। गोरखपुर में स्वाइन फ्लू से दो महिलाओं की मौत हो चुकी है। उसके बावजूद जिले में स्वाइन फ्लू को लेकर कोई विशेष सतर्कता नहीं दिख रही है। स्वाइन फ्लू से निपटने की तैयारियां कर ली गई हैं। स्टोर में दवाइयां मौजूद हैं। जरूरत पडने पर भेज दी जाएंगी। संभावित पेशेंट अगर हेल्थ सेंटर्स पर जाते हैं तो उन्हें वहां से एंबुलेंस के जरिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल या मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया जाएगा। डॉ.पीके मिश्रा, सीएमओ