काश हर दिन ऐसा होता
- बदला, बदला था सर्जरी विभाग का नजारा
- एमसीआई इंस्पेक्शन के लिए दुरुस्त हुए इंतजाम GORAKHPUR: मेडिकल कॉलेज का सर्जरी विभाग, पूरी तरह से चकाचक, साफ सफाई के लिए मुस्तैद कर्मचारी, ओपीडी और वार्ड तक पहुंचने वाले हर रास्ते पर ब्लीचिंग पाउडर की महक, जगह- जगह डॉक्टर, जूनियर रेजीडेंट और नर्सेज की मौजूदगी। बेड पर साफ सुथरी चादरें, ट्रीटमेंट के उपकरणों की साज-सज्जा, वार्ड में पूड़ी और सब्जी की खुशबू बरबस ही किसी खास आयोजन का अहसास करा रही थी। सैटर्डे को यह इंतजाम देखकर लोगों के जेहन में सिर्फ एक ही सवाल कौध रहा था। 'काश हर दिन ऐसा होता। सवालों का उठना भी लाजिमी था क्योंकि मौका था सर्जरी विभाग के इंस्पेक्शन का, सैटर्डे मार्निग पौने 10 बजे एमसीआई की एक टीम मेडिकल कालेज पहुंची थी। पहले से चल रही थी इंस्पेक्शन तैयारीमेडिकल कॉलेज के सर्जरी वार्ड का इंस्पेक्शन 18 जुलाई को तय था। इसके लिए करीब एक हफ्ते से तैयारी चल रही थी। वार्ड से लेकर ओपीडी तक को दुरुस्त किया गया। सैटर्डे को एमसीआई के प्रोफेसर एन नाथ चार परीक्षकों के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। सेंट्रल पैथालॉजी, ब्लड बैंक, रजिस्ट्रेशन काउंटर, इमरजेंसी के आपरेशन थियेटर, आईसीयू, ओपीडी और वार्ड का इंस्पेक्शन किया। हर पहलू पर बारीकी जांच से पड़ताल करके डॉक्टर्स से जानकारी ली। अपनी जांच में इंस्पेक्टर ने क्या पाया। इसकी भनक देर शाम किसी जिम्मेदार को नहीं लग सकी। सर्जरी विभाग में पीजी की सात सीट है। इंस्पेक्शन में सब कुछ चकाचक मिलने पर इनकी संख्या बढ़ सकती है।
एमसीआई के एसेसर ने इंस्पेक्शन किया। यह एक रुटीन प्रक्रिया है। इंपेक्शन में सब कुछ संतोषजनक रहा। सर्जरी विभाग में पीजी की सीट बढ़ सकती हैं। इसके अलावा अन्य विभागों में पीजी की सीट बढ़ सकती है। 25 जुलाई को चर्म रोग विभाग का इंस्पेक्शन तय है। डॉ। सुनील आर्या, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज