डेंगू की पुष्टि के बाद नहीं जागा स्वास्थ्य महकमा
- मानस विहार में नहीं हुआ दवा का छिड़काव, ना हुई सफाई
- डेंगू के मरीज सामने आने के बावजूद नहीं चेत रहा महकमा - जगह-जगह रुका है पानी, नहीं है जल निकासी की व्यवस्था GORAKHPUR : जिन इलाकों से डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं, वहां भी स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता पब्लिक में खौफ पैदा कर दिया है। सिटी के मानस विहार में डेंगू से पीडि़त एक शिक्षिका की मौत के बाद एक अन्य युवक में डेंगू की पुष्टि हुई। उसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक मोहल्ले में दवा का छिड़काव नहीं करा पाई है। न तो फॉगिंग कराई गई है, न ही सफाई हुई। इलाके के लोगों में डेंगू को लेकर दहशत साफ नजर आती है। आई नेक्स्ट ने मंगलवार को इलाके का दौरा किया तो कई जगह गंदगी और पानी जमा हुआ मिला। नहीं लिया गया सैंपलपिछले दिनों मानस विहार कालोनी में श्ििक्षका ऊषा शुक्ला की मौत हो गई थी। वहीं 22 अक्टूबर को स्थानीय निवासी शुभम सिंह में डेंगू की पुष्टि हुई थी। आई नेक्स्ट ने स्थानीय निवासियों से बात की तो पता चला कि इलाके में स्वास्थ्य विभाग की टीम अब तक नहीं पहुंची है। मोहल्ले की नालियों और गड्ढ़ों में एकत्र पानी का सैंपल भी नहीं कलेक्ट किया गया है।
जल जमाव व गंदगी का अंबार मानस विहार कॉलोनी में जल जमाव और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। नालियों में कूड़ा भरा पड़ा है और घरों के सामने व पीछे गंदा पानी लगा हुआ है। मुकम्मल सफाई व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों में डेंगू का खौफ बरकरार है। नालियों के आस-पास झाडि़यां और कूड़े का अंबार नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल रहा है। डेंगू का नाम सुनकर ही लोग दहशत में हैं। मोहल्ले में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। सफाईकर्मी कभी नहीं दिखते। अगर कभी सफाई हो भी जाए तो कूड़ा दरवाजे के सामने फेंककर चले जाते हैं। राकेश श्रीवास्तव, स्थानीय निवासी पिछले दिनों शिक्षिका की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मोहल्ले में पहुंची थी लेकिन खानापूर्ति कर वापस लौट गई। जल जमाव और गंदगी का अंबार वैसे ही लगा हुआ है। नगर निगम के सफाईकर्मी भी इधर नहीं आते हैं। यदि जिम्मेदार को फोन किया जाता है तो कोरम पूरा कर वापस लौट जाते हैं। यहां कभी फॉगिंग और दवा का छिड़काव किया ही नहीं गया। प्रेम प्रकाश तिवारी, स्थानीय निवासीक्षेत्र में डेंगू को लेकर सभी परेशान हैं। लोग खुद ही सफाई कर रहे हैं। नगर निगम और स्वास्थ्य महकमा इसे लेकर गंभीर नहीं है। सफाई को लेकर कई बार जिम्मेदारों से शिकायत की गई, लेकिन यहां की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे हैं।
सचिन पांडेय, स्थानीय निवासी मोहल्ले की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है। साथ ही मुख्य प्वाइंट्स पर कूड़ा पड़ाव केंद्र बना दिया गया है। रोड के किनारे गंदगी पटी पड़ी है। सफाई नहीं होने से नालियां पूरी तरह से चोक हो चुकी हैं। चंद्र किरन सिंह, स्थानीय निवासी मुख्य नगर अधिकारी और चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अफसरों को सूचित किया गया था कि पीडि़त परिवार वालों से मुलकात कर पेशेंट्स की हालत जानें। साथ ही दवा और बचाव के उपाय करें। यदि टीम नहीं पहुंची है तो जानकारी ली जाएगी। डॉ। एके पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी