शिवालयों पर गूंजे हर-हर महादेव
- महाशिवरात्रि पर सिटी के 127 छोटे बड़े शिव मंदिरों पर हुई भोले भंडारी की पूजा अर्चना
GORAKHPUR: ट्यूज्डे को सिटी हर-हर महादेव के जयकारे से गुंजायमान हो गया। मौका था महाशिवरात्रि का। झारखंडी शिव मंदिर हो मुक्तेश्वरनाथ मंदिर हो या फिर गोपेश्वर नाथ मंदिर सभी जगह भोले भंडारी की आराधना को श्रद्धालुओं का सुबह से ही तांता लगा रहा। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए लोगों ने भांग, बेल पत्र और धतूरा से पूजा अर्चना की। वहीं गाय के दूध व गंगा जल से शिवलिंग का अभिषेक भी किया। श्रद्धालुओं को पूजा के दौरान किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए मंदिरों के आसपास पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा। मेले सा रहा माहौलसिटी के करीब क्ख्7 छोटे-बड़े शिव मंदिरों में ट्यूज्डे को शिव की आराधना की गई। सिटी के अधिकांश मंदिरों पर श्रद्धालुओं के लिए फ्री ऑफ कॉस्ट दूध की भी व्यवस्था की गई थी। झारखंडी शिव मंदिर के पुजारी शंभू गिरी ने बताया कि यहां निशुल्क दूध का वितरण किया जाता है। वहीं कुछ दवा विक्रेताओं ने फ्री ऑफ कॉस्ट दवाइयों का वितरण भी किया। मुक्तेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी रमानाथ उपाध्याय ने बताया कि मंडे देर रात से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का आने का सिलसिला शुरू हो गया था, जो ट्यूज्डे देर रात तक चलता रहा। गोपेश्वर नाथ शिव मंदिर के पुजारी कमला कांत ने बताया कि प्राचीन काल के इस मंदिर में शिव भक्तों के आने का सिलसिला पहले से ही शुरू हो जाता है। इस दौरान मंदिरों के आस-पास मेले जैसा माहौल रहा। पूजा अर्चना के बाद महिलाएं सौंदर्य प्रसाधन सामग्री खरीदती नजर आई, वहीं गुब्बारे व खिलौनों की दुकानों पर बच्चों की भीड़ दिखी।
भगवान शिव की निकाली गई झांकी महाशिवरात्रि पर्व पर डोमिनगढ़ में भगवान शिव की झांकी निकाली गई। इस दौरान दुर्गा मंदिर से कलश यात्रा का आयोजन भी किया गया। कलश यात्रा दुर्गा मंदिर से चलकर राप्ती और रोहिन के संगम तट पर पहुंची। कलश में जल भरकर श्रद्धालु बसियाडीह मंदिर पहुंचे। भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के बाद डोमिनगढ़ स्थित पांच शिव मंदिरों पर जल चढ़ाया गया। इस मौके पर डोमिनगढ़ मंदिर पर राधाकृष्ण और भगवान शिव की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी की गई।