सावन की फुहारों के बीच 'ठंडा पड़ा चूल्हा'
- कावडि़यों की भीड़ के मद्देनजर इलाहाबाद से गोरखपुर देर से पहुंच रही हैं गाडि़यां
- टाइमली गाड़ी न पहुंचने से गैस एजेंसियों पर 42 हजार के पार पहुंचा बैकलॉग का आंकड़ा - पेट्रोलियम कंपनियां और डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट के आला अधिकारी बैकलॉग समाप्त करने में जुटेGORAKHPUR: सावन की शुरुआत के साथ ही देश भर में भक्ति और मस्ती का माहौल है। मंदिरों में बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। शाखों पर झूले भी नजर आने लगे हैं। मौसम की मस्ती के बीच रिमझिम फुहारें मस्ती को और बढ़ा दे रही हैं। एक तरफ जहां मस्ती की धुन सवार है, वहीं सावन के इस माह में घरों का चूल्हा ठंडा पड़ना शुरू हो गया है। लोगों पर सावन की धुन अब परेशानी पैदा करने लगी है। मस्ती में चूर दर्शन को निकले रेले की वजह से सड़के तंग हो गई है, जिसकी वजह से गैस की प्रॉपर सप्लाई बंद हो गई हैं। डेली पहुंचने वाले ट्रक इन तंग राहों से गुजरकर एक दिन के बजाए कई दिनों में अपना सफर पूरा कर पा रहे हैं। जिससे गैस का बैकलॉग लगातार बढ़ता चला जा रहा है।
टाइमली नहीं पहुंच रही हैं गाडि़यांसावन की शुरुआत होते ही एलपीजी की जबरदस्त किल्लत हो चली है। टाइमली गाड़ी न पहुंचने से एलपीजी का बैकलॉग लगातार बढ़ता चला जा रहा है। गोरखपुराइट्स के करीब पांच लाख कंज्यूमर्स को एलपीजी की सप्लाई इलाहाबाद से की जा रही है। सावन का मंथ होने की वजह से हर जगह-जगह कांवडि़यों का जत्था निकलने से राह तंग हो चली है। ऐसे में गोरखपुर ट्रक पहुंचने में काफी दुश्वारियां आ रही हैं। इसकी वजह से एलपीजी सप्लाई व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है। हालत यह है कि दिन ब दिन गैस की किल्लत बढ़ने लगी है।
42 हजार पहुंचा बैकलॉगराहों में आ रही दुश्वारियों ने न सिर्फ कंज्यूमर्स की, बल्कि गैस एजेंसीज ओनर्स की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सिटी के करीब 42 हजार से ज्यादा ऐसे कंज्यूमर्स हैं, जिनके घर एलपीजी सिलेंडर की डिलीवरी ही नहीं हो सकी है। ऐसे में गैस की डिमांड को लेकर सभी एजेंसियों पर कंज्यूमर्स की जबरदस्त भीड़ लग रही है। इसे कंट्रोल करने में गैस एजेंसी संचालकों के पसीने छूट जा रहे हैं। संचालकों की माने तो इलाहाबाद से आने वाले ट्रक कांवडि़यों के जत्थों की वजह से जगह-जगह फंसे हुए हैं। जो किसी तरह से निकलकर आ रहे हैं। ऐसे में प्रॉपर सप्लाई में दुश्वारियां आ रही है, वहीं बैकलॉग भी बढ़ता जा रहा है।
प्रॉपर चल रही थी सप्लाई सावन की शुरुआत से पहले सिटी की लगभग सभी गैस एजेंसीज पर बैकलॉग खत्म हो चुका था। डिलीवरी व्यवस्था भी प्रॉपर वे में चल रही थी। मगर सावन आते ही जगह-जगह कांवडि़यों का रेला निकलने से रूट जाम होने लगे, इससे सिटी में आने वाले एलपीजी ट्रक भी उन जाम भरे रास्तों से होकर देर-सवेर सिटी में पहुंचने लगे। डेली आने वाली गाडि़यों पर जबसे ब्रेक लगा, तबसे गैस सप्लाई व्यवस्था फेल होने लगी। इन दिनों हालत यह है कि दो-तीन दिन पर ट्रक पहुंच रहा है, जिससे बैकलॉग में लगातार इजाफा हो रहा है। हर तरफ जाम लगने से एलपीजी सिलेंडर के लिए पूरी तरह से हाहाकार मचा हुआ है। वहीं भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के आला अधिकारी भी इससे काफी परेशान हैं। उन्हें इसके लिए कोई दूसरा ऑप्शन नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से सप्लाई व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। इन गैस एजेंसी पर है हजारों के बैकलॉग गैस एजेंसी बैकलॉग तरंग गैस सर्विस 5,000गंगा गैस सर्विस 6,453
कालिंदी गैस सर्विस 4,564 सूरज गैस एजेंसी 3,564 महेंद्रा गैस एजेंसी 2,345 अशोका गैस एजेंसी 2,564 कर्मा गैस एजेंसी 3,543 हिमांशु गैस एजेंसी 4,434 सुशीला गैस एजेंसी 3,024 गोरखपुर ट्रेडिंग कंपनी 2,132 सावित्री गैस एजेंसी 4,453 टोटल - 42,076 इन जगहों से आती है गैस - लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, एचटीसी, गोरखपुर से सप्लाई होती है। मैं पिछले एक हफ्ते से सिलेंडर के लिए चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन अब तक सिलेंडर नहीं मिला है। जब भी आओ बस यहीं कहा जाता है गाड़ी अभी नहीं आई है। अब कब तक गाड़ी का इंतजार करें। - ओमप्रकाशमेरा कनेक्शन तरंग गैस सर्विस का है। हर महीने गैस की डिलीवरी समय से हो जाती थी, लेकिन इधर कुछ दिनों से प्रॉब्लम बढ़ गई है। आने पर यहीं कहा जाता है ट्रक कावडि़यों के वजह से जाम फंसे हैं। इसलिए डिलीवरी नहीं हो पा रही है।
- सावित्री गैस एजेंसी के चक्कर लगा-लगाकर थक गया हूं, कई बार डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट में शिकायत कर चुका हूं, लेकिन कोई फायदा नजर नहीं आता है। एलपीजी सिलेंडर न होने से घर के चूल्हे नहीं जल रहे हैं। - रामकिशुन हर साल यह समस्या आती है। इसे दूर कराने के लिए प्रयास किया जा रहा है। कोशिश है कि दूसरे शहरों से गैस सप्लाई मंगवाई जाए, ताकि एलपीजी कंज्यूमर्स की समय से डिलीवरी हो सके। चेतन पटवारी, एरिया मैनेजर, आईओसी कांवडि़यों की वजह से इधर एलपीजी सिलेंडर की सप्लाई में समस्या आ रही है। इस समस्या के सॉर्टआउट करने के लिए पेट्रोलियम कंपनियों के उच्च अधिकारियों से बात की गई है। जल्द ही प्रॉब्लम दूर हो जाएगी। - गंगा सागर राय, अध्यक्ष, पूर्वाचल एलपीजी गैस एसोसिएशन