सरेराह लूट लिए 99 लाख
- जिले में अब तक की सबसे बड़ी लूट से मची खलबली
- खोराबार एरिया में फोरलेन पर पांच बदमाशों ने अंजाम दी वारदातGORAKHPUR: खोराबार एरिया में फोरलेन बदमाशों ने प्राइवेट फर्म की कैश वैन रोककर 98 लाख 79 हजार 530 रुपया लूट लिए। सुरक्षा गार्ड की बंदूक, फोर व्हीलर की चाबी और कर्मचारियों का मोबाइल लेकर बदमाश फरार हो गए। मंगलवार की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई वारदात से जिले में सनसनी फैल गई। यूपी 100 पर मिली सूचना से पुलिस हरकत में आई। आनन-फानन में फोरलेन पर चेकिंग शुरू करा दी गई। एसएसपी रामलाल वर्मा, सीओ कैंट अभय कुमार मिश्र सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। फर्म के कर्मचारियों से बात करके वारदात के संबंध में जानकारी ली। शुरुआती जांच में पुलिस ने घटना पर संदेह जताया। उधर वारदात के कुछ देर बाद सहजनवां पुलिस ने फोर व्हीलर को रोककर एक लाख से अधिक नकदी बरामद की लेकिन वारदात से कोई जुड़ाव नहीं मिलने पर पुलिस ने उनको छोड़ दिया।
रोजाना कलेक्शन करने जाते थे कर्मचारीगीडा स्थित रिलायंस कंपनी का पैसा लेकर कैशवैन के कर्मचारी बिहार, गोपालगंज निवासी अजय कुमार प्रजापति और ड्राइवर खोराबार के हथिया परास का संतोष शुक्ला, सुरक्षा गार्ड बांसगांव के कनईल गांव का धनंजय प्रताप सिंह जा रहे थे। मंगलवार की दोपहर गीडा में रिलायंस पेट्रोल पंप से कैश कलेक्ट किया और तीनों कर्मचारी कुशीनगर के सुकरौली गए। वहां से कैश वैन से रामपुर 15 मील होते हुए चौरीचौरा के सोनबरसा बाजार में नकदी लेने गए। करीब साढ़े तीन बजे कर्मचारी कैश वैन लेकर फोरलेन पर भैसहा, बगहिया गांव के पास पहुंचे। तभी पीछे से आए फोर व्हीलर सवार लोगों ने कैश वैन रोकने का इशारा किया। फोर व्हीलर में सवार लोगों ने खुद को पुलिस वाला बताते हुए गाड़ी रोकने को कहा। कैश वैन ड्राइवर ने स्पीड बढ़ाने की कोशिश की तो फोर व्हीलर सवारों ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी हैं। इसलिए उनके पास मौजूद नकदी की जांच करना जरूरी है।
ओवरटेक करके बदमाशों ने रोकी गाड़ीकैश वैन चला रहे संतोष ने ब्रेक लगा दिया। कैश वैन खड़ी होते ही फोर व्हीलर सवार चार-पांच लोग उतरे। वाहन का पेपर मांगते हुए कैश वैन का दरवाजा खोलने को कहा। दरवाजा खोलते ही बदमाश गाड़ी में घुस गए। तमंचा सटाकर गार्ड के हाथ से बंदूक छीन ली। बंदूक पर कब्जा करते हुए नकदी से भरा बैग ले लिया। तीनों कर्मचारियों का मोबाइल फोन, फोर व्हीलर की चाबी और बंदूक लेकर उतर गए। अपने वाहन में सवार होकर लखनऊ की ओर फरार हो गए। लूटपाट से सकते में आए कर्मचारियों ने राहगीरों से मदद मांगी। किसी राहगीर का मोबाइल फोन मांगकर पुलिस को वारदात की सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी अपने साथ भारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंच गए। कर्मचारियों से बातचीत करके घटना की जानकारी जुटाई।
शुरुआती जांच में गहराया शक कैशियर ने पुलिस को बताया कि बैग में 98 लाख 79 हजार 530 रुपए थे। लेकिन पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नहीं हो रहा था। उसने कलेक्शन से संबंधित डिटेल भी पुलिस को दिखाई। कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि वह लोग कई साल से काम कर रहे हैं। रोजाना कलेक्शन का पैसा लेकर इसी तरह से आते जाते हैं। मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस अधिकारियों ने तीनों कर्मचारियों से अलग- अलग बात की। कर्मचारियों ने बताया कि गीडा स्थित मेन ब्रांच में नकदी जमा कराई जाती है। वहां से सुरक्षा के साथ बैंक में कैश भेजा जाता है। कर्मचारियों से जानकारी लेकर पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी। यूपी एसटीएफ गोरखपुर यूनिट और गोरखपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच भी मामले की जांच में जुट गई। वर्जनकैश वैन के कर्मचारियों से लूटपाट के मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। सहजनवां में चेकिंग के दौरान पकड़े गए संदिग्ध वाहन सवारों की जांच कराई गई। उनका इस घटना से कोई जुड़ाव नहीं मिला है। बदमाशों की तलाश के लिए अलग- अलग टीमें बनाई गई हैं जो काम कर रही हैं।
रामलाल वर्मा, एसएसपी