सिक्योरिटी कहां है जनाब, 'लूट जोन' बन गया सेक्टर पांच
- गीडा सेक्टर पांच में तैनात हैं 18 सुरक्षा गार्ड, बढ़ रहीं लूट व छिनैती की घटनाएं
- जिम्मेदारों के दावों के बाद भी नहीं दिखाई देते हैं सुरक्षा गार्ड्स SAHJANWA: गीडा के आवासीय कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को बेहतर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिवर्ष गीडा प्रशासन मोटी रकम वसूलता है। लेकिन लोगों को कितनी बेहतर सुरक्षा मिल रही है, इसका अंदाजा दिनदहाड़े हो रही लूट, छिनैती की घटनाओं से लगाया जा सकता है। यहां 24 घंटे सुरक्षा देने के लिए कागज में 18 सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती तो हुई है लेकिन मौके पर कोई गार्ड कभी दिखाई ही नहीं देता। वैसे गीडा के जिम्मेदारों का दावा है कि उनकी सिक्योरिटी पूरी तरह कॉलोनी में तैनात है। लाखों वसूली पर सुरक्षा नहींगीडा सेक्टर पांच में 772 प्लॉटों का आवंटन हुआ है, जिनकी सुरक्षा व अन्य सुविधा के लिए गीडा प्रशासन प्रतिवर्ष 30 से 35 लाख रुपए शुल्क के रूप में वसूलता है। इसके बावजूद यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षा नहीं मिल रही है। जिम्मेदारों के दावों के बावजूद गीडा एरिया में वारदातें बढ़ती ही जा रही हैं। हाल ये है कि बेखौफ बदमाश दिनदहाड़े ही लोगों को लूट ले रहे हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि घटना के समय जिम्मेदारों की सुरक्षा आखिर कहां चली जाती है। लगातार बढ़ती जा रही वारदातों से परेशान लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
केस 1 - छह अगस्त की सुबह गीडा सेक्टर 5 सी ब्लॉक निवासी सुभाष गिरी की पत्नी के गले से बाइक सवार दो अज्ञात बदमाश चेन छीन कर फरार हो गए। केस 2 - आवासीय कॉलोनी सेक्टर 5 निवासी शिक्षिका लक्ष्मी सिंह स्कूल से घर आ रही थीं। जैसे ही अपनी कॉलोनी की गली में मुड़ीं की वाइक सवार दो अज्ञात बदमाश गले की चेन छीन कर फरार हो गए। केस 3 - सेक्टर 5 निवासी प्रतिभा श्रीवास्तव के घर में दिन दहाड़े घुस कर दो बाइक सवार चार अज्ञात बदमाशों ने असलहे के बल पर दस हजार नकदी समेत लाखों के जेवर लूट लिए। कोट्स यहां आए दिन घटनाएं हो रही हैं लेकिन गीडा प्रशासन हमारी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। - दिग्विजय सिंह, निवासी, गीडा सेक्टर 5 गीडा की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस पर कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा। घटनाओं के कारण हम लोग अपने घर में सुरक्षित नहीं महसूस कर पा रहे हैं। - सत्यम मिश्रा, निवासी, गीडा सेक्टर 5प्लॉट आवंटन के समय गीडा प्रशासन ने हर तरह की सुविधा मुहैया कराने का दावा किया था, जो हवा हवाई साबित हो रहा है।
- गोल्डी, निवासी गीडा कहने को गीडा है। सुविधाएं गांव जैसी भी नहीं मिल रही हैं। दिन दहाड़े लूट छिनैती की हो रही घटनाओं से कॉलोनी का हर परिवार असुरक्षित महसूस कर रहा है। - प्रेमशीला, निवासी, गीडा सेक्टर 5 वर्जन मामला संज्ञान में है। सुरक्षा के लिए मैंने गीडा सीओ को लेटर लिखा है। एसएसपी से भी बात कर सुरक्षा देने के लिए कहा है। - अनिल कुमार, कमिश्नर गोरखपुर