लाइव सर्जरी से सीखेंगे लैप्रोस्कोपी
-4 और 5 अप्रैल को वर्कशाप में जुटेंगे गाइनकोलॉजिस्ट और सर्जन
GORAKHPUR: लैप्रोस्कोपी सर्जरी एक सुविधाजनक सर्जरी है। जिसमें मरीज को तकलीफ कम होती है और डॉक्टर का समय भी बचता है। लैप्रोस्कोपी सर्जरी पहली बार क्987 में फ्रांस में हुई थी। डॉ। सुरहीता करीम ने बताया कि इस सर्जरी की सबसे अहम भूमिका इंफर्टिलिटी में होती है। साथ ही बच्चेदानी की गांठ या रसौली, अंडनली की रुकावट, अंडाशय और अंडनली के ट्यूमर, बच्चेदानी में सेप्टम जैसे कई बीमारियों का इलाज इससे होता है। डॉक्टर्स के लिए जरूरी बन चुकी इस सर्जरी को आसान बनाने के लिए स्टार हॉस्पिटल की ओर से गाइनकोलॉजिस्ट एसोसिएशन फाग्सी और सर्जन क्लब की हेल्प से लैप्रोस्कोपी सर्जरी पर एक सेमिनार और वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम ब् और भ् अप्रैल को चलेगा। ब् अप्रैल को होटल शिवाय में सेमिनार में डॉ। प्रदीप गर्ग, डॉ। योगेश मिश्रा मुख्य वक्ता रहेंगे। इस कार्यक्रम में विभिन्न सर्जरी की जाएंगी, जिसे लाइव दिखाया जाएगा। इस वर्कशाप में गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर, मऊ, आजमगढ़, बस्ती, महराजगंज, फैजाबाद के डॉक्टर शामिल होंगे। इस प्रोग्राम के चेयरमैन डॉ। विजाहत करीम और संयुक्त संगठन डॉ। सुरहीता करीम और डॉ। हर्षवर्द्धन हैं। कार्यक्रम में एक स्मारिका का विमोचन भी किया जाएगा।