ठंड के साथ ठिठुरती गई पुलिस
- अलाव होता तो आंखों आंखों में गुजरती रात
- फाठक बंद करके कमरे में दुबकी नजर आई पुलिस GORAKHPUR : सर्दी के मौसम में सिटी की सड़कों पर रात में पसरा सन्नाटा डराने लगा है। सुनसान राहों पर कभी भी कोई वारदात हो सकती है। खासकर तब जब कोई अकेली लड़की सफर कर रही हो। क्योंकि जैसे-जैसे रात घिरती है। वैसे-वैसे पुलिस फाटक के बीच कैद हो जाती है। ऐसे में रात के वक्त राह चलते होने वाली किसी वारदात पर पुलिस मदद कर पाएगी, यह कह पाना थोड़ा मुश्किल हो चला है। आई नेक्स्ट टीम ने थर्सडे नाइट क्क् बजे से लेकर एक बजे तक सिटी की सड़कों का हाल देखा। सड़कों पर फैला सन्नाटा किसी अंजान को डराने के लिए काफी नजर आया। कुछ गिनी चुनी जगहों पर ही पुलिस नजर आई। वह भी वहां, जहां जीएमसी ने अलाव जलाने का इंतजाम कर रखा है।स्पॉट एक
पैडलेगंज पुलिस चौकी समय: रात क्क्.ख्0 बजेचौकी पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। चौकी के भीतर लगे पेड़ के नीचे कुर्सी डालकर एक कांस्टेबल हाथ सेंक रहे थे। कमरे के भीतर पड़ा वायरलेस गरज रहा था। सड़क से गुजरने पर चहारदीवारी के भीतर छिपे कांस्टेबल को देख पाना मुश्किल था। चौकी के भीतर जल रही लाइट्स से पुलिसवालों के मौजूद होने का अहसास जरूर हो रहा था।
स्पॉट दो रुस्तमपुर ढाला पुलिस चौकी समय रात क्क्.ब्0 मिनट पुलिस चौकी के पास अलाव जल रहा था। वहां तीन कांस्टेबल और एक रिक्शा वाला अलाव ताप रहे थे। पूछने पर पुलिसवालों ने बताया कि रात भर चौकी पर मौजूद रहते हैं। अलाव का इंतजाम होने से जागने में सहूलियत होती है, वरना ठंड से दुबक जाते। कई बार ठंड की वजह से चौकी के भीतर रहते हैं। स्पॉट तीन टीपी नगर पुलिस चौकी समय रात क्क्। भ्0 बजे यहां अलाव के पास एक कांस्टेबल और कुछ लोग खड़े नजर आए। थोड़ी देर बाद एक कमांडर जीप में पांच-छह कांस्टेबल और एसआई बदरूद्दीन पहुंचे। बताया कि दबिश देने गए थे। एक आदमी पकड़ा गया है। उससे पूछताछ करने जा रहे हैं। कहा कि रात में हॉक दस्ता पेट्रोलिंग करता है। सूचना मिलने पर हम लोग पहुंचते हैं। स्पॉट चार पांडेयहाता पुलिस चौकी समय रात क्ख्.00 बजेयहां एक होमगार्ड और मोहल्ले के नेता चौकी के भीतर बात करते मिले। होमगार्ड ने बताया कि कोई न कोई रात में रहता है, लेकिन इतनी ठंड में निकलने का मन नहीं करता। यह पूछने पर कि कांस्टेबल कहां गए हैं, उसने कहा कि खाना खाने गए हैं।
स्पॉट पांच: समय रात क्ख्.क्भ् बजे पुलिस बूथ विजय चौक विजय चौराहे पर सिनेमा रोड, गणेश चौक रोड पर सन्नाटा पसरा था। दो कांस्टेबल बूथ के भीतर बैठे थे जबकि एक कांस्टेबल कुछ लोगों के साथ आग ताप रहा था। रिक्शावालों से उसकी बातचीत हो रही थी। फोटो खींचने पर उसने सवाल किया, लेकिन अगले ही पल चुप हो गया। स्पॉट छह समय रात क्ख्.ख्भ् धर्मशाला चौकी धर्मशाला ओवरब्रिज के नीचे पुलिस चौकी पर बाहर से सन्नाटा पसरा नजर आया। बाहर से देखने वाला आसानी से अंदाजा नहीं लगा पाएगा कि भीतर कोई है या नहीं। यह एक संवेदनशील स्पॉट है। यहां पुलिस की मौजूदगी नजर आनी चाहिए। स्पॉट सात असुरन पुलिस चौकी समय रात क्ख्.फ्ख् असुरन पुलिस चौकी पर तीन कांस्टेबल अलाव ताप रहे थे। वहां से गुजरने वाली पिकप, मिनी ट्रकें बे्रक लेने के बाद आगे बढ़ रही थी। कैमरा देखकर वे सतर्क हो गए। बताया कि थोड़ी-थोड़ी देर पर अगल-बगल के एरिया में घूमते रहते हैं। स्पॉट आठ कौआबाग समय रात क्ख्.फ्7 बजेकौआबाग चौकी के आसपास सन्नाटा पसरा हुआ था। एक कांस्टेबल किसी काम से बाहर निकला, लेकिन अगले ही पल वह भीतर घुस गया। चौकी के पास एक बाइक खड़ी नजर आई। ऐसा लगा कि यहां एक ही कांस्टेबल मौजूद था। जरूरत पड़ने पर वह चौकी छोड़कर कहीं नहीं जा सकता।
स्पॉट नौ रेलवे स्टेशन चौराहा समय रात क्ख्.ब्भ् बजे रेलवे कालोनी चौकी एक सेंसिटिव जगह है। यहां चौराहे पर परमानेंट आवागमन बना रहता है। बावजूद इसके पुलिस चौकी पर कांस्टेबल नजर नहीं आए। चौराहे पर ट्रेन पकड़ने, बस पकड़ने वाले लोगों का आवागमन हो रहा था। यहां टीम ने पुलिसवालों के आने का इंतजार भी किया, लेकिन काफी देर तक कोई नजर नहीं आया। इसके बाद टीम आगे बढ़ गई।