गोरखपुर में पचास-पचास रुपए में क्षत्रिय ब्राह्मण यादव बिकते हैं. हैरान मत होइए हम स्टीकर की बात कर रहे हैं. यहां अचानक दिल्ली नोएडा और हरियाणा की तरह गाडिय़ों पर बड़े-बड़े अक्षरों में जाति का स्टीकर लगाने का क्रेज बढ़ गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जिसपर अंकुश लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अभियान भी चलाना पड़ा है। पढि़ए अनुराग पाण्डेय की स्पेशल रिपोर्टगाडिय़ों में जाति के लगने लगे स्टीकरगोरखपुर में ब्राह्मण, क्षत्रिय, राजपूत, जलवंशी, निषादराज, वीर, अहीर, यादव जी और कायस्थ के स्टीकर लगाने की होड़ मच गई है। गोरखपुर ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के कई शहरों में गाडिय़ों पर ऐसे स्टीकर आप देख सकते हैं। सीएम ने जाहिर की नाराजगीअभी हाल ही में सीमए योगी आदित्यनाथ ने गाडिय़ों पर जाति का स्टीकर लगाने पर नाराजगी जाहिर की है। इसको रोकने के लिए प्रदेश मेंं अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। जिसके बाद से ही प्रदेश के हर जिले में खासतौर से ट्रैफिक पुलिस अभियान भी चला रही है। दुकानों पर आसानी से बनते हैं स्टीकर
जाति का स्टीकर कहां मिलता है, कैसे बनता है, कितने पैसे लगते हैं, इसकी हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम रविवार को फील्ड में निकली। टीम सुमेर सागर स्थित एक दुकान पर पहुंची। वहां स्टीकर बनाने वाली मशीन भी थी। दुकान पर जाट और कायस्थ के स्टीकर दिख रहे थे। इस दौरान दुकानदार से हुई बातचीत - रिपोर्टर - कैसा-कैसा स्टीकर बन सकता है?शॉप कीपर - जैसा चाहिए, वैसा मिल जाएगा।रिपोर्टर - टू व्हीलर या फोर व्हीलर?


शॉप कीपर - दोनों ही मिल जाएगा।रिपोर्टर - किसी भी जाति का स्टीकर बनवाने में कितना खर्च आएगा?शॉप कीपर - एक साधारण स्टीकर बनवाने में 50 से 60 रुपए का खर्च आता है। रिपोर्टर - और कोई स्टीकर भी है क्या?शॉप कीपर - हां, रेडियम वाला स्टीकर है। रेडियम वाला स्टीकर बनवाने में 80 से 100 रुपए का खर्च आता है।रिपोर्टर - अगर कार के लिए बनवाना हो?शॉप कीपर - साइज के हिसाब से रेट लगता है।यहां बिकते हैं स्टीकर - इसके बाद टीम आगे बढ़ी तो कई दुकानों पर स्टीकर बिकते दिखा। वहीं मोहद्दीपुर, रेती चौक, दुर्गाबाड़ी, घोषकंपनी, सुमेर सागर समेत कई जगहों पर ऐसे स्टीकर आपको आसानी से मिल जाएंगे। शहर में सैकड़ों वाहनों का चालानइधर, शहर में लगातार ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों के खिलाफ अभियान चला हुआ है। तीन दिनों में सबसे अधिक ब्लैक फिल्म पर चालान हुए हैं। जबकि जाति लिखी गाडिय़ां केवल 3 से 4 ही अभियान के दौरान मिली, जिनका स्टीकर हटवाकर चालान काटा गया है। जातिसूचक स्टीकर- 500-2500नो हेलमेट- 1000नो सीट बेल्ट - 1000नो पार्किंग - 500स्टॉप लाइन उल्लंघन- 1000दोष पूर्ण नंबर प्लेट- 5000वन वे- 500

ओवर स्पीड- 2000- 4000मोबाइल यूज - 1000वाहन पर जातिसूचक बोर्ड लगवाने वाली गाडिय़ों पर कार्रवाई की जा रही है। पहली बार मिलने पर ऐसी गाडिय़ों का 1000 रुपए चालान किया जा रहा है। दोबारा ऐसी गलती मिलने पर 2500 रुपए का चालान काटा जाएगा। - श्याम देव, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive