तेंदुआ पकड़ना बच्चों का खेल नहीं
- फारेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचारियों का छूट रहा पसीना
- वेंस्डे नाइट फर्टिलाइजर के अमवा में फिर नजर आया तेंदुआ GORAKHPUR : बंद पड़े फर्टिलाइजर कारखाना में छिपा तेंदुआ पसीने छुड़ा रहा है। थर्सडे को फर्टिलाइजर के सिक्योरिटी गार्ड्स ने कैंपस का चप्पा-चप्पा छान मारा। फर्टिलाइजर सिक्योरिटी के साथ-साथ पुलिस और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट भी सर्च ऑपरेशन में लगा है। एसओ चिलुआताल ने बताया कि सभी विभागों से तालमेल बिठाकर तेंदुआ की तलाश की जा रही है। तेंदुआ की तलाश वन विभाग के कर्मचारी हो रहे हलकानमंडे को फर्टिलाइजर कैंपस में तेंदुआ देखने की बात सामने आई। सिक्योरिटी गार्ड दूधनाथ ने इसकी सूचना अफसरों को दी। पुलिस, प्रशासन के साथ फारेस्ट विभाग को बताया। इसके बाद आपरेशन तेंदुआ सर्च शुरू हो गया, लेकिन तीन दिन बाद भी तेंदुआ की परछाई नहीं मिली। बावजूद इसके आसपास के एरिया में तेंदुआ की दहशत फैल गई। शाम ढलते ही लोग घरों में दुबकने लगे। एसएसपी कैंपस में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया। फर्टिलाइजर के पास जंगल में लकड़ी बीनने वाली महिलाओं की तादाद भी कम हो गई।
दो साल बाद दिसंबर में ही नजर आया है तेंदुआफारेस्ट डिपार्टमेंट के अफसरों का कहना है कि यहां के जंगलों में कोई तेंदुआ नहीं, लेकिन इनके दावों को ग्रामीण झुठलाते हैं। आसपास के जंगलों में अक्सर तेंदुआ नजर आते हैं। चार साल पहले जंगल टिकरिया में फारेस्ट कर्मचारियों ने तेंदुआ देखा। इसके डर से रात में गश्त बंद हो गई। सूचना फैलने पर जंगल में तस्करों ने जाना छोड़ दिया। वन विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि दिसंबर मंथ में ही तेंदुआ नजर आते हैं। इसके पहले वर्ष ख्0क्0 के दिसंबर मंथ में तेंदुआ देखा गया। गुलरिहा एरिया के भरवलिया में छह लोगों को घायल कर दिया। ख्0क्ख् के दिसंबर मंथ में फर्टिलाइजर कैंपस में तेंदुआ नजर आया। तेंदुआ पकड़ने के लिए वन विभाग ने कैंपस में जाल बिछाया। पिंजरा लगाकर तेंदुआ पकड़ने के प्रयास हुए।
अमवा में दिखा तेंदुआ, अफसर नहीं कर रहे भरोसापब्लिक की मानें तो वेंस्डे नाइट अमवा गांव में तेंदुआ नजर आया। लोगों ने उसको देखकर शोर मचाया तो वह भाग निकला। पब्लिक ने इसकी सूचना अफसरों को दी। थर्सडे को फर्टिलाइजर कैंपस में कर्मचारियों ने छानबीन की, लेकिन तेंदुआ का पता नहीं लगा। उधर आसपास के गांवों में लोगों के बीच दहशत का माहौल है। फारेस्ट डिपार्टमेंट के अफसरों ने कहा कि सभी लोगों को मोबाइल नंबर दिया गया है। झाडि़यों के बीच हिरन की पाढ़ा प्रजाति के जानवर देखे गए हैं।
तेंदुआ पकड़ने के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया गया है। अलर्ट रहकर इस पर नजर रखी जा रही है। हालांकि कैंपस में तेंदुए की मौजूदगी के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। डॉक्टर जनार्दन उपाध्याय, डीएफओ