सूखा राहत दिलाने के नाम पर वसूल रहे रुपए
- ग्रामीणों ने गुर्गो के जरिए लेखपाल पर लगाया वसूली का आरोप
- प्रत्येक व्यक्ति से संबंधित कागजात की फोटो कॉपी के साथ लिए जा रहे 100 रुपए AKATHWA GHAT: शासन की ओर से सूखा राहत की लिस्ट मांगी गई है। आनन-फानन में लेखपाल लिस्ट तैयार करने में लगे हैं। लेकिन, इस लिस्ट में नाम के लिए लोगों से अवैध उगाही की जा रही है। इस संबंध में कई गांवों में अफरातफरी का माहौल है। आरोप है कि कहीं लेखपाल सीधे तो कहीं गुर्गो के माध्यम से वसूली का धंधा चला रहे हैं। जंगल विहुली के भगवानपुर, लमोहिया, शिवपुर एक, हरौली, बरईपुर, धर्मपुर, बलुअहवा आदि गांवों के किसानों ने अवैध वसूली का आरोप लगाया है। कागजात के साथ मांग रहे रुपएसूखा राहत के लिए लोगों से कागजात, बैंक पासबुक की प्रति के साथ ही राहत राशि दिलाने के लिए तय कमीशन मांगी जा रही है। ग्राम जंगल विहुली के सूखा ग्रस्त किसान लालचन्द चौधरी का कहना है कि उनके घर में सूखा राहत का लाभ लेने योग्य कुल 7 खाते हैं। हर खाते पर उनसे 100 रुपए की दर से 7 सौ रुपये लेखपाल के मुंशी व गांव के गुर्गो ने वसूल किया। लमोहिया के लालमन चौहान का का कहना है कि सूखा का पैसा पाने के लिए तीन किमी। का चक्कर काट प्राइमरी पाठशाला जंगल विहुली जाना पड़ रहा है। तब भी कागजात जमा करने से पहले 100 रुपए मांगे जा रहे हैं। भगवानपुर गांव के जगदीश ने कहा कि किसानों को अभी तक राहत राशि तो नहीं मिली, उल्टे उसके नाम पर लाखों की वसूली की जा चुकी है।
मैंने किसी से भी पैसा नहीं लिया है। यदि मेरे नाम पर कोई राशि उगाही कर रहा है तो किसान उसका नाम बताएं। मैं उसके खिलाफ कंप्लेंट दर्ज कराऊंगा। - रामकेवल कनौजिया, हल्का लेखपाल