एलईडी बल्ब से बचाएंगे जेल की बिजली
- दुधिया रोशनी से जगमग होगा मंडलीय कारागार
- कार्यालय, बैरक से लेकर पूरे परिसर में बल्ब लगाने का निर्देश GORAKHPUR: बिजली बचाने के लिए अब जेल प्रशासन ने एक अहम कदम उठाया है। इसके तहत अब जेल की बाहरी दीवारों से लेकर बैरक और कार्यालय तक एलईडी बल्ब लगाए जाएंगे। इससे जहां कई वॉट बिजली की बचत होगी, वहीं जेल दूधिया रोशनी से नहाया नजर आएगा। प्रथम चरण के तहत काम शुरू भी हो गया है। जगमगाएगा कोना-कोनागोरखपुर मंडलीय कारागार में महिला बैरक समेत कुल नौ बैरक हैं। इसमें करीब 1400 से अधिक बंदी बंद हैं। इसके अलावा जेल अस्पताल, बंदी रक्षकों और अधिकारियों के आवास में भी बड़ी संख्या में रोशनी के लिए बल्ब लगाए गए हैं। जेल में प्रकाश व्यवस्था को ठीक रखने के लिए सभी जगहों पर साल भर पूर्व बल्ब की जगह सीएफएल लगाया गया था। सीएफएल लगने के बावजूद बिजली के बिल में कोई खास कमी नहीं आई। अब जेल प्रशासन वॉच टावरों को छोड़कर सभी जगहों पर एलईडी बल्ब लगाने की तैयारी कर रहा है। प्रथम चरण के तहत पहले कार्यालयों में एलईडी लगाए जाएंगे। इसके बाद बैरक, परिसर समेत सभी आवास भी एलईडी से रोशन होंगे। अधिकारियों का मानना है कि इससे जहां बिजली की बचत होगी वहीं रोशनी भी पर्याप्त मिलेगी। इस संबंध में जेलर आरके सिंह ने बताया कि जेल परिसर में एलईडी लगाने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।