- डीडीयूजीयू के लॉ डिपार्टमेंट में बिना एडमिशन के चल रहीं हैं सेकेंड, फोर्थ और सिक्स सेमेस्टर की क्लासेज

-डीन ने कई बार लिखा कुलसचिव को पत्र

- स्टूडेंट्स का नहीं हुआ एडमिशन तो डीन पद से दे देंगे इस्तीफा

GORAKHPUR: डीडीयूजीयू के लॉ स्टूडेंट्स बिना एडमिशन के क्लास कर रहे हैं। वह भी यूनिवर्सिटी की लापरवाही से। यह हम नहीं बल्कि लॉ डिपार्टमेंट के डीन कह रहे हैं। उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को बार-बार लेटर लिखने के बाद भी एडमिशन प्रॉसेस शुरू नहीं किए गए। अगर यही हाल रहा तो डीन पद से इस्तीफा देना उनकी मजबूरी होगी। वहीं एडमिशन प्रॉसेस पर कुलसचिव ने अपने को किनारा कर लिया है।

चार माह से नहीं हुआ एडमिशन

डीडीयूजीयू के लॉ डिपार्टमेंट में पढ़ने वाले सेकेंड, फोर्थ और सिक्स सेमेस्टर के स्टूडेंट्स का अब तक एडमिशन नहीं हुआ है। जबकि इनका रिजल्ट चार माह पहले ही डिक्लेयर हो चुका है। इन स्टूडेंट्स के एडमिशन न होने के कारण स्टूडेंट्स को अब तक न तो आईकार्ड इश्यू किया गया है और न ही हास्टल एलॉटमेंट हो सके हैं। यही नहीं इन स्टूडेंट्स को पढ़ने के लिए लाइब्रेरी से मिलने वाली किताबें भी इश्यू नहीं हो रही हैं। स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप से भी वंचित हो चुके हैं। वहीं दूसरे जिले से आने वाले स्टूडेंट्स के लिए और मुश्किलें और बढ़ चुकी हैं। क्योंकि एडमिशन न होने से उनके एमएसटी नहीं बन सके हैं, जिसके चलते उन्हें पूरा किराया देकर आना-जाना पड़ रहा है।

क्या कहना है डीन का

लॉ डिपार्टमेंट के डीन प्रो। जितेंद्र तिवारी ने बताया कि लॉ फ‌र्स्ट इयर, सेकेंड इयर का रिजल्ट डिक्लेयर हो चुका है। इन स्टूडेंट्स को अगले क्लास में एडमिशन के लिए अब तक न तो ऑन लाइन एडमिशन की कोई व्यवस्था हुई और न ही मैनुअली फार्म भरने की। इस संबंध में क्फ् मार्च, क्9 मार्च, फ्क् मार्च और 8 अप्रैल को कुलसचिव को लेटर लिखा गया। लेकिन अब तक कुलसचिव की तरफ से कोई डिसीजन नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि अगर यही स्थिति रही तो डीन पद से इस्तीफा दे दूंगा।

एडमिशन संबंधित प्रकरण हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर है। इसके लिए परीक्षा नियंत्रक और वीसी ही डिसीजन ले सकते हैं।

कुलसचिव, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive