नहीं है खेल का मैदान, इसलिए गई होनहारों की जान?
-चौरीचौरा के बदुरहिया चौराहे पर तेजरफ्तार ने मैजिक ने ले ली थी दो की जान
- आक्रोशित ग्रामीण ने खेल का मैदान न होना हादसे की बतायी वजहGORAKHPUR: रफ्तार आए दिन लोगों की जान ले रही है। इसकी जद में पहले जहां साइकिल और गाडि़यों पर सवार आते थे, अब पैदल चलने वाले भी रफ्तार के कहर से जिंदगी गवां बैठ रहे हैं। ऐसे हादसे आगे भी होते रहेंगे। यह कोई भविष्यवाणी नहीं है, बल्कि कमजोर और लाचार व्यवस्था की हकीकत है। गोरखपुर के रूरल एरियाज में ऐसी कोई जगह नहीं, जहां गांव के होनहार खुद को साबित करने से पहले जीतोड़ कर इसकी तैयारी कर सकें। ऐसा नहीं कि इसके लिए मुकामी लोगों ने कोई कोशिश नहीं की। लोगों की मानें तो जिम्मेदारों से इसके लिए कई बार डिमांड की गई, लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने एक न सुनी। अब जब दो मौतें हो चुकी हैं और दो जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं, इसके बाद जाकर जिम्मेदार कुछ हरकत में आए हैं। उन्होंने अब जगह प्वाइंटआउट कर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी की जा रही है।
खेल का मैदान नहीं, तो सड़क ही बना ट्रैकरूरल एरियाज में मेहनतकश होनहारों की कमी नहीं है। फौज और पुलिस में उनकी तादाद इस बात को साफ बयां करती है। इसमें शामिल होने के लिए ऐसा तो नहीं है कि उन्हें कोई जादूगर आकर सभी फिजिकल और मेंटल टेस्ट क्वालिफाई करा देता है, बल्कि वह इसके लिए पूरे दिलों जान से मेहनत करते हैं। गांव में खेल का मैदान या दूसरी को जगह न होने की वजह से पगडंडी और सड़क का सहारा लेने को मजबूर हैं। इसके लिए न तो गांव के जिम्मेदारों ने कभी कुछ सोचने की कोशिश की और न ही एडमिनिस्ट्रेशन के ही लोगों ने उनके लिए कुछ किया। जिसका एडवर्स इफेक्ट वेंस्डे को हुई सड़क दुर्घटना के तौर पर देखने को मिला।
7 लोगों को रौंदकर निकल गई थी मैजिकगौरतलब है कि चौरीचौरा के बदुरहिया चौराहे के पास ट्यूज्डे की भोर में लगभग 4.30 बजे तेज रफ्तार मैजिक ने भर्ती की तैयारी कर रहे सात युवकों को रौंद दिया था। इस दौरान घटना स्थल पर ही दो लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 5 घायल हो गए थे। इसमें दो की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें मेडिकल कॉलेज भर्ती कराया था, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। परिवार वालों को रो रो कर बुरा हाल है। घर वालों का कहना था कि अगर यहां भी खेल मैदान होता तो शायद वह तैयारी के लिए सड़क पर दौड़ नहीं लगाते और न ही उनकी जान जाती।
राजीव गांधी खेल अभियान के तहत हर ब्लाक में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का प्रावधान है। इसके लिए छह एकड़ जमीन चाहिए। हाल फिलहाल में खजनी के टिकरियां के पास जमीन देखी गयी है। वहीं चरगांव में भी जमीन तलाशी जा रही है। बजट आने के बाद काम शुरू करा दिया जाएगा। संजय सिंह, डीओपीवीडी