-मंदिर के पुजारी ही कर सकेंगे पूजा अर्चना

-कोरोना वायरस को लेकर मंदिर में आवाजही पर रहेगा प्रतिबंध

-त्यौहार के मद्देनजर अफसरों ने की मीटिंग

GORAKHPUR: कोरोना वायरस का असर इस बार जन्माष्टमी पर दिखाई देगी। पुलिस लाइन से लेकर थाना में इस बार कोई सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा। मंदिरों का सजाया जरूर जा रहा है। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मात्र चार लोगों को ही आने की अनुमति है। मंदिर के पुजारी ही पूजा अर्चना कर सकेंगे।

कोरोना संक्रमण काल का असर इस बार जन्माष्टमी पर दिखेगा। कान्हा के जन्मदिन पर इस बार सड़कों पर उत्साह का माहौल नहीं दिखेगा। पारम्परिक तरीके से लगने वाला झांकियों को श्रद्धालु नहीं देख सकेंगे। पुलिस लाइन थाना, मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर सामूहिक में कार्यक्रम नहीं होंगे। मंदिरों में सिर्फ पुजारी ही पूजा अर्चना कर सकेंगे। कोरोना के चलते श्रद्धालु अपने घरों में झांकियां सजाएंगे और जन्माष्टमी मनाएंगे। महिलाएं कृष्ण के जन्म के बाद सोहर गाकर खुशिया मनाएंगी।

जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। दशकों से जन्माष्टमी के दिन गोरखपुर के मंदिरों में कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकिया सजाई जाती है। पुलिस लाइंस और थानों पर भी झांकिया सजाकर त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है। गोरखपुर के पुलिस लाइन, आरपीएसएफ कैंप, रेलवे, पीएसी ग्राउंड आदि जगहों पर जन्माष्टमी के दिन झांकियां सजाई जाती है। यहां आकर लोगों को द्वापर युग का अहसास होता है। शहर के विभिन्न एरिया से लोग जन्माष्टमी पर बड़ी संख्या में झाकियां देखने के लिए पहुंचते है। पुलिस कर्मी बडे़ ही उत्साह से सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन करते हैं लेकिन इस बार कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हो सकेगा।

एसएसपी ने मंदिर का जायजा

एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने पिछले दिनों पुलिस लाइंस स्थित मंदिर का जायजा लेकर रंगारोगन का निर्देश दिया था। हालांकि जन्माष्टमी पर मंदिर को पूरी तरह से सजाया जा रहा है लेकिन कोरोना के चलते यहां ज्यादातर लोगों के आने पर बैन लगा दी गई है। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ऐसा किया गया है। कोरोना के बढ़ते केसेज को देखते हुए सभी से घरों में ही त्योहार मनाने के लिए अपील की गई है। सभी धर्मो के लोगों से आग्रह किया गया है कि वे शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।

थानों पर भी नहीं होंगे बडे़ आयोजन

हर बार जन्मष्टमी पर पूजा पाठ के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था। पुलिस लाइंस में कई दिनों तक ऐसा आयोजन होता था। कई दिनों तक झांकिया भी सजाई जाती थी। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की वजह से रौनक नहीं दिखाई दे रही है। साथ ही अफसरों ने कोई भी कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया है। एसएसपी ने सभी थानों को निर्देशित किया है कि थानों पर भव्य तरीके से जन्माष्टमी का कार्यक्रम नहीं होंगे। थाना स्थित मंदिर पर गाइड लाइन के तहत पांच पुलिस कर्मी पूजा पाठ कर सकेंगे।

मंदिरों पर नहीं होगी भीड़

शहर के विभिन्न मोहल्लों में जन्माष्टमी पर मटकों की फोड़ प्रतियोगिता होती थी, जो इस बार नहीं होगी। सभी थाना और चौकियों प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसे कार्यक्रमों को रोंके। इस प्रकार के आयोजन करने वालों से बातचीत कर उन्हें बताएं कि आयोजन को वजह से भीड़ लगेगी और इससे कोरोना वायरस फैल सकता है।

वर्जन

कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पूरा ध्यान रखा गया है साथ पुलिस लाइंस, थानों और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जन्माष्टमी के दिन मंदिरों पर अतिरिक्त भीड़ न जमा होने पाए। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पूरा-पूरा पालन किया जाए। मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं पर पूरी तरह से बैन है।

डॉ सुनील कुमार गुप्ता, एसएसपी गोरखपुर

Posted By: Inextlive