बहुत हुआ गाना बजाना, अब सिर्फ अधिकार जताना
- हक के लिए जुटेंगे मंडलभर के थर्ड जेंडर
- टाउनहाल स्थित होटल में होगा सम्मेलन GORAKHPUR: थर्ड जेंडर की मान्यता के बावजूद हक से वंचित किन्नर संघर्ष शुरू करेंगे। पारंपरिक गाने-बजाने के अलावा किन्नर समाज की मुख्य की धारा से जुड़ना चाहता है। थर्ड जेंडर समूह की आवश्यकताओं के लिए विशेष रूप से गठित एकता सेवा संस्थान की ओर से शुक्रवार को मंडल भर के किन्नर प्रतिनिधियों का सम्मेलन आयोजित किया गया है। यह जानकारी गुरुवार को पत्रकारवार्ता में अध्यक्ष गुडि़या रानी, सचिव वीरेंद्र राज और सपना ने दी। बताया कि थर्ड जेंडर को सरकारी सुविधाएं नहीं मिल पा रही। इसके लिए व्यापक आंदोलन छेड़ने की जरूरत है। जागरुकता के लिए अभियानसपना और गुडि़या ने बताया कि वह लोग थर्ड जेंडर के जीवन में बदलाव के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सामाजिक और शैक्षिक हस्तक्षेप, शिक्षित संवदेनशील, युवा लोगों को सशक्त बनाने, एड्स और अन्य यौन रोगों के बारे में जानकारी देने की गतिविधियां चलाई जा रही हैं। थर्ड जेंडर की उपलब्धियों, सफलता की कहानियां साझा करते हुए राज्य सरकारों से अधिकार मांगा जाएगा। बुनियादी सुविधाओं के अभाव में किन्नर समुदाय समाज में अलग-थलग पड़ा हुआ है। इसलिए सम्मेलन के माध्यम से एक रुपरेखा तैयार की जाएगी। ताकि अधिकारों के प्रति सरकार को सचेत किया जा सके।