फिर किन्नरों ने घेरा आरटीओ, गलत ट्रांसफर हुई गाड़ी
- पूर्व मेयर आशा देवी की गाड़ी को गलत तरीके से ट्रांसफर करने का लगाया आरोप
- उत्तराधिकारी को लेकर किन्नर बरखा और किन्नर मधु में चल रहा है विवाद - सिर्फ बैंक खातों पर ही किन्नर मधु का हक होने का दिखाया कोर्ट का आदेशGORAKHPUR: जिले का आरटीओ ऑफिस बवाल का केंद्र बनता जा रहा है। लगातार किसी न किसी बवाल को लेकर चर्चा में रहने वाले इस विभाग में सोमवार को एक बार फिर किन्नरों ने घेराव किया। इस दौरान उन्होंने गलत तरीके से पूर्व मेयर आशा देवी की गाड़ी किन्नर मधु यादव को ट्रांसफर किए जाने पर आरटीओ अधिकारियों की जमकर फजीहत भी की। ऐसा नहीं है कि किन्नरों ने यह बवाल बेवजह काटा, बल्कि उन्होंने बकायदा कोर्ट आर्डर दिखाकर और समझाकर आरटीओ को बताया कि पूर्व मेयर की गाड़ी पर मधु यादव का नहीं बल्कि किन्नर बरखा का ही अधिकार है। इस बीच बवाल बढ़ता देख किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया। हालांकि फिलहाल इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला जा सका।
आरटीओ की लापरवाहीगौरतलब है कि पूर्व मेयर किन्नर अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी की निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर किन्नर मधु यादव व किन्नर बरखा में विवाद चल रहा है। बरखा पक्ष के किन्नरों के मुताबिक इस बीच किन्नर मधु ने कोर्ट में याचिका भी दायर की। हालांकि कोर्ट के फैसले पर साफ तौर पर लिखा है कि पूर्व मेयर के सिर्फ पांच बैंक खातों पर ही किन्नर मधु का हक होगा, बल्कि अन्य संपत्तियों पर नहीं। इस बीच बीते दिनों मधु ने उक्त आर्डर को दिखाकर आरटीओ में गाड़ी अपने नाम ट्रांसफर करा लिया। इससे पहले भी इस बात को लेकर किन्नरों ने आरटीओ में बवाल काटा था। बाद भी आरटीओ की ओर से कहा गया कि देखकर गाड़ी मधु के नाम ट्रांसफर की गई है। किन्नरों ने आरटीओ पर भारी लापरवाही और चूक का आरोप लगाया है।