पूनम का शव दफन, प्रेमा बनीं किन्नर गुरु
- घर में ही मंगला मुखी समाज की रीति-रिवाज के हुआ अंतिम संस्कार
- पूरे प्रदेश से इकट्ठा हुए किन्नर, पब्लिक को नहीं मिली कब्र तक जाने की परमिशनGORAKHPUR : चाकुओं से गोदकर मारी गई किन्नर पूनम का शव ट्यूज्डे को रीति-रिवाज के बीच दफनाया गया। किन्नर गुरु प्रेमा ने बताया कि पूनम की इच्छा थी कि उनके पार्थिव शरीर को मकान परिसर में ही दफन किया जाए। मौके पर तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, आरएएफ जैसी फोर्सेज तैनात रहीं। इससे पहले किन्नर की हत्या की जानकारी पाकर मंडे रात से ही पूरे प्रदेश से किन्नरों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की इजाजत नहीं मिली। महापौर डॉ। सत्या पांडेय भी किन्नरों के दुख में शामिल होने के लिए पहुंची। वहीं पूनम की हत्या के बाद प्रेमा को किन्नर गुरु चुन लिया गया है।
मंडे को मिली थी लाशकरोड़पति किन्नर पूनम मिश्रा की लाश शाहपुर के जंगल मातादीन स्थित उनके मकान में मंडे मार्निग बरामद की गई थी। हालांकि कत्ल का समय संडे शाम बताया जा रहा है। पूनम का मर्डर भुजाली से कई वार कर किया गया था। लूट की आशंका के बीच पुलिस ने पूनम के साथ रहने वाले चार किन्नर, सेवक रामवृक्ष यादव और ड्राइवर संतोष को हिरासत में लिया था। पुलिस की एक टीम रामवृक्ष के घर देवरिया गई थी जहां से पुलिस को लूट के जेवरात और कैश मिला। किन्नरों का आरोप है कि पुलिस ने रामबृक्ष के घर से बरामदगी करते वक्त उन्हें क्यों नहीं बुलाया। पुलिस का कहना है कि बरामदगी की वीडियो रिकॉर्डिग कराई गई है। पुलिस ने शाम को किन्नरों को थाने बुलाया है। उन्हीं के सामने बक्सा खोला जाएगा। वहीं ट्यूज्डे को पुलिस ने रामबृक्ष के बेटे को भी शक के आधार पर गिरफ्तार किया है।
उत्तराधिकार को लेकर घंटों चली पंचायत किन्नरों की पंचायत में पूनम का पंचायत में उत्तराधिकरी चुने जाने को लेकर घंटों पंचायत चली। प्रेमा और बरखा की दावेदारी के बीच ज्यादातर ने प्रेमा के पक्ष में बात रखी, लेकिन कुछ किन्नरों की ओर से बरखा का नाम लिए जाने के बाद स्थिति उलझ गई। हालांकि बाद में बरखा ने प्रेमा का समर्थन किया जिसके बाद प्रेमा को किन्नर गुरु चुन लिया गया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मामले का खुलासा जल्द कर दिया जाएगा। प्रदीप कुमार, एसएसपी