देखती रह गई पुलिस, दरोगा के बेटे के हत्यारोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर
गोरखपुर (ब्यूरो).घटना के दिन से ही कोतवाली पुलिस काजन की पत्नी और बेटों को थाने पर बैठाकर पूरे दिन पूछताछ करती रही। हालांकि रोजाना शाम में पुलिस उन्हें छोड़ देती थी। अलीनगर चौराहे पर काजन के घर के पास रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार की सुबह 8 बजे ही काजन की पत्नी और उसके कुछ रिश्तेदार दीवानी कचहरी पहुंचे थे। पुलिस को नहीं लगी भनकअलीनगर चौराहे पर इस बात की सुबह से ही चर्चा थी कि शुक्रवार को काजन कोर्ट में सरेंडर करेगा, लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी। सुबह ही काजन के रिश्तेदारों ने उसके सरेंडर के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। शाम करीब 3.30 बजे उसने दीवानी न्यायलय स्थित कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जहां से 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया गया।पुलिस के पहुंचने से पहले ही हो गया फरार
वहीं, गुरुवार को पुलिस ने कुशीनगर के पडरौना स्थित अपने ननिहाल से हत्या में इस्तेमाल पिस्टल भी बरामद कर ली थी। पुलिस के मुताबिक रोहित की हत्या के बाद काजन ने अपने ननिहाल में पनाह ले रखी थी। लेकिन यहां भी पुलिस के पहुंचने से पहले उसे इसकी जानकारी हो गई और वह फरार हो गया था।
शराब पार्टी के बाद दोस्त ने की थी हत्याबलिया के रहने वाले रमाकांत सिंह पुलिस विभाग में दरोगा हैं। वह गोरखपुर के तिवारीपुर इलाके में परिवार के साथ किराए के मकान में रहते हैं। उनके 32 वर्षीय बेटे रोहित सिंह की अलीनगर चौराहे के पास रहने वाले लड़कों से दोस्ती थी। सोमवार 4 जून की रात 12.30 बजे रोहित कोतवाली इलाके के दोस्त काजन मिश्रा, प्रदीप सिंह, शैलेंद्र यादव से मिलने के लिए गया था। जहां पर उसकी हत्या कर दी गई थी।