गूंजे जयकारे, पूजी गई कन्याएं
- मां जगदंबा के रूप में कुंवारी कन्याओं को मीठे पकवान खिलाकर की गई पूजा-अर्चना
- धूमधाम से मनाया गया सिटी में श्रीराम का जन्मोत्सव GORAKHPUR: चैत्र रामनवमी के अवसर पर सैटर्डे को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का जन्मोत्सव सिटी में धूमधाम से मनाया गया। वहीं कन्या पूजन और हवन के साथ ही नवरात्रि का त्योहार भी संपन्न हो गया। इस दौरान गोलघर काली मंदिर, बुढि़या माई मंदिर समेत सिटी के अन्य मंदिरों में पूरे दिन श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मंदिर से लगाए घरों में श्रद्धालुओं ने मां जगदंबा के रूप में कुंवारी कन्याओं को मीठे पकवान खिलाकर उनका आशीर्वाद लिया। चली आ रही है परंपराचैत्र रामनवमी पर जहां मां जगदंबा की पूजा अर्चना की परंपरा चली आ रही है। वहीं इस दिन को श्रीराम के जनमोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। मत्स्य पुराण के अनुसार, श्रीराम के पिता राजा दशरथ ने मनोरमा और सरयू नदी के तट पर चैत्र शुक्ल पक्ष में मां भगवती की आराधना की थी। फलस्वरूप चैत्र रामनवमी को भगवान विष्णु श्री रामचंद्र के रूप में अवतरित हुए। तब से चैत्र रानवमी के अवसर पर श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है।
लगा रहा श्रद्धालुओं का तांतायही वजह है कि मंदिर से लगाए घर-घर मां जगदंबा के रूप में कुंवारी कन्याओं की पूजा के साथ-साथ श्री रामचंद्र की पूजा अर्चना की जाती है। इसी क्रम में गोरखनाथ मंदिर में गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने कुंवारी कन्याओं की पूजा-अर्चना की। गोलघर काली मंदिर में पूजन अर्चन कि लिए सुबह से देर शाम तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कुछ इसी तरह से हाथ में मीठे पकवान लिए बुढि़या माई मंदिर में मां भक्तों का जनसैलाब दिखा। हीरापुरी कॉलोनी में रहने वाली सुधा शुक्ला बताती हैं कि वह पिछले कई सालों से मां जगदंबा की पूजा अर्चना करती आ रही हैं। इसके लिए वह पहले से ही तैयारियां कर लेती हैं। उन्होंने बताया कि चैत्र रामनवमी के मौके पर जहां श्री रामचंद्र का जन्म दिवस को धूमधाम से मनाती हैं। वहीं हवन पूजन के बाद कन्या पूजन करती हैं। कुंवारी कन्याओं को मीठे पकवान खिलाकर उनका आशीर्वाद भी लेती हैं।
कढ़ाई चढ़ाने की है परंपरापं। शरद चंद्र मिश्र बताते हैं कि मां जगदंबा को शुद्ध घी में बना मीठा हलवा और पूड़ी का भोग लगाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि कढ़ाई में बने मीठे पकवान का भोग लगाने से मां जगदंबा सदैव प्रसन्न रहती हैं। इसके अलावा नारियल, लच्छीदाना या फिर मीठे आईट्म चढ़ाए जाते हैं। वे बताते हैं कि हिंदु चैत्र नवरात्रि के पहले दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण प्रारंभ किया था। इस वर्ष नव संत्वसर ख्07ख् लगा है।
धूमधाम से मना श्रीराम जन्मोत्सव हिंदु युवा वाहिनी महानगर की तरफ से श्रीराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। हिंदु युवा वाहिनी के मंडल अध्यक्ष संतोष वर्मा ने बताया कि पटवारी टोला, हांसूपुर, श्रीश्री सिद्ध पीठ शीतला माता मंदिर बसंतपुर और श्रीश्री सिद्ध पीठ शीतला माता मंदिर हिंदी बाजार में विशेष पूजा अर्चना की गई। वहीं श्री सम्मय माता मंदिर राउत पाठशाला चौक, लालडिग्गी चौक स्थित श्रीश्री शनिदेव मंदिर, बक्शीपुर स्थित प्राचीन काली मंदिर जीर्णोद्वार की तरफ से श्रीराम जन्मोत्सव मनाया गया।