रेलवे स्टेशन के आस-पास डग्गामार बसों की धरपकड़ के लिए मंगलवार को आरटीओ और परिवहन निगम की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया. इस दौरान यूनिवर्सिटी चौराहे के पास से दो बसों को सीज कर वर्कशाप भेजा गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।रेलवे स्टेशन के आस-पास डग्गामार बसों ने अपना कब्जा जमाया था। यहां अवैध स्टैंड बनाकर सोनौली और देवरिया, बिहार के लिए डग्गामार बसे संचालित हो रही थीं, जिनके खिलाफ दैनिक जागरण आईनेक्स्ट लगातार अभियान चला रहा है, जिसका असर अब दिखने लगा है। बनी है डग्गामार बसों की लिस्टआरएम ने 74 डग्गामार बसों की लिस्ट तैयार की है। जो लगातार रोडवेज की कमाई में सेंध लगा रही हैं। इनपर कार्रवाई के लिए आरटीओ को लिस्ट भेजी थी, लेकिन आरटीओ कार्रवाई नहीं कर रहे थे। इस मामले को संज्ञान में लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने 18 अप्रैल के अंक में 'एआरएम का लेटर बेकार, आरटीओ को नहीं मिले 74 डग्गामार वाहनÓ खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद आरटीओ और परिवहन निगम की टीम सड़क पर उतरी।रोडवेज को हुआ छह लाख से अधिक का फायदा


मंगलवार को अभियान चलने से डग्गामार बसें इधर-उधर चली गईं, जो मिलीं, उनपर टीम ने कार्रवाई की। इसका नतीजा ये निकला कि रोडवेज की कमाई में मंगलवार को 6 लाख रुपए से अधिक की बढ़ोतरी हुई। असे देखते हुए अब ये अभियान लगातार चलाया जाएगा। डग्गामार बसों के खिलाफ अब लगातार अभियान चलाया जाएगा। जो भी अवैध वाहन रेलवे स्टेशन के आस-पास भरते हुए मिलेंगे। उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वीके सिंह, आरटीओ प्रवर्तन

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