- कॉमर्शियल डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बनाया रजिस्टर, मिलती रही सैलरी

- ओएस की सैलरी से हो रही कटौती, अब विजिलेंस जांच शुरू

GORAKHPUR :

एनई रेलवे के कॉमर्शियल डिपार्टमेंट में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। सीनियर अधिकारी की मिली भगत से फोर्थ क्लास में बगैर नौकरी पाए, एक एंप्लाई सान भर नौकरी सैलरी लेता रहा। मामला तब खुला जब सीनियर ऑफिसर का ट्रांसफर हो गया। डिपार्टमेंटल जांच में प्रथम दृष्टया ओएस पाए गए हैं। उनका एक साल इंक्रीमेंट रोक दिया गया है। मामला गंभीर होने की वजह से इसमें विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है और संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी चल रही है।

फोर्थ क्लास में दे दी थी नौकरी

रेलवे के रूल के अकॉर्डिग कुछ सीनियर ऑफिसर्स को ही अपने बंगले पर फोर्थ क्लास एंप्लाई रखने का अधिकार है, वह कर्मचारी ऑफिस में भी काम कर सकता है। उसका स्टाइपेंड रेलवे पे करता है। इसका फायदा उठाते हुए कॉमर्शियल डिपार्टमेंट में उप मुख्य वाणिज्य प्रबंधक स्तर के एक अधिकारी ने सितंबर ख्0क्फ् में एक कर्मचारी को अपने बंगले पर रख लिया। वह पूरे साल कभी कार्यालय नहीं पहुंचा, लेकिन उसकी सैलरी बनती रही। सोर्सज की मानें तो ऑफिसर मंथ में एक बार रजिस्टर पर उसकी सिग्नेचर करा लाते और यहां डिपार्टमेंट में ओएस वेतन की संस्तुति प्रदान कर देते। खास बात यह रही कि इस दौरान अधिकारी ने रजिस्टर पर अपना हस्ताक्षर तक नहीं किया। ज्वाइनिंग के क्ख्0 दिन बाद होने वाली अन्य विभागीय औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई। महज सादे रजिस्टर पर दस्तखत होता रहा और सैलरी बनती रही।

ट्रांसफर के बाद खुला राज

जुलाई ख्0क्ब् में अधिकारी का दूसरे मंडल में ट्रांसफर हो गया। इसके बाद भी अक्टूबर तक एंप्लाइ की सैलरी बनती रही। जब उनकी जगह दूसरे अधिकारी ने चार्ज लिया तो उन्होंने अपना नया कर्मचारी रख लिया। नवंबर ख्0क्ब् में जब पहले वाला कर्मचारी पहली बार वेतन लेने विभाग पहुंचा तो विवाद खड़ा हो गया। नए अधिकारी ने जांच करायी तो पता चला कि सादे रजिस्टर पर उसे साल भर तक वेतन दिया जाता रहा है। इस मामले में ओएस का एक इंक्रीमेंट रोक दिया गया है। उनके वेतन से कर्मचारी को दिए गए कुल 7म् हजार रुपये मानदेय की कटौती भी शुरू कर दी गई है।

इस संबंध में विजिलेंस ने अपने स्तर से जांच चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। दोषी के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर

Posted By: Inextlive