कानपुर के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता मर्डर केस मेें आरोपित छह पुलिसवालों की 13 जनवरी को कोर्ट में पेशी नहीं हो पाई. गोरखपुर कोर्ट या लखनऊ सीबीआई कोर्ट कहीं से भी वीडियो कांफ्रेंंसिंग के जरिए पेशी के लिए गोरखपुर जेल एडमिनिस्ट्रेशन से संपर्क नहीं किया गया. उधर पेशी की समय सीमा समाप्त होने के बाद गोरखपुर जेल एडमिनिस्ट्रेशन ने गोरखपुर कोर्ट को पत्र लिखकर इसकी जानकरी दी और अपने लिए आगे की गाइडलाइन मांगी है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। कानपुर के बर्रा निवासी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल कृष्णा पैलेस के कमरा नम्बर 512 में पुलिसवालों ने पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। पुलिसवाले चेकिंग के बहाने होटल के कमरे में घुसे थे। अपने दो दोस्तों हरियाणा के हरबीर और प्रदीप के साथ मनीष गुप्ता गोरखपुर में ठहरे हुए थे। पुलिसवालों ने उन्हें संदिग्ध मानते हुए मनीष अलावा उनके दोनों दोस्तों की भी पिटाई की थी, लेकिन उन्होंने मनीष को इतना पीटा था की उसकी कमरे में ही मौत हो गई। इस केस की जांच पहले एसआईटी कानपुर और बाद में सीबीआई को मिली। सीबीआई ने इंस्पेक्टर जेएन सिंह, सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा, विजय यादव, राहुल दुबे और हेड कांस्टेबल कमलेश तथा कांस्टेबल प्रशांत को हत्या के लिए दोषी मनाते हुए उनके खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में आरोपपत्र दाखिल किया। सात जनवरी को दाखिल किया आरोपपत्र


सीबीआई ने अपना आरोपपत्र लखनऊ सीबीआई कोर्ट में सात जनवरी को दाखिल किया है। उसके बाद से ही आरोपित पुलिसवालों की पेशी को लेकर दिक्कत सामने आ रही है। गोरखपुर सीजेएम कोर्ट ने दस जनवरी तक की तारीख दी थी, लेकिन उससे पहले चार्जशीट दाखिल होने के बाद सीजेएम कोर्ट ने अपनी आखिरी पेशी दस जनवरी को कर ली। उसके

बाद सीबीआई कोर्ट को केस ट्रांसफर कर दिया। सीबीआई कोर्ट में ही चार्जशीट दाखिल हुई है लिहाजा कानून के हिसाब से अब उसी कोर्ट में पेशी होनी चाहिए। यही वजह है कि दस जनवरी को पेशी के दौरान 13 जनवरी को पेशी के लिए अगली तारीख दी गई थी।जेल एडमिनिस्ट्रेशन को नहीं मिली चिट्ठी गोरखपुर जेल प्रशासन को बताया गया था कि अब अगली पेशी सीबीआई कोर्ट लखनऊ में होगी। जेल प्रशासन यह मानकर चल रहा था कि इस बीच सीबीआई पुलिसवालों को रिमांड पर लेकर लखनऊ जाएगी और कोर्ट में पेशी कराएगी पर बुधवार की शाम तक जेल प्रशासन के पास इन आरोपितों के जेल ट्रांसफर या फिर सीबीआई के रिमांड पर लेकर जाने की कोई चि_ी नहीं आई थी ऐसे में यह माना जा रहा था कि लखनऊ सीबीआई कोर्ट में गोरखपुर जेल से ही वीडियो कांफ्रेंंसिंग के जरिये उनकी पेशी होगी। इस बार यह तय हो जाएगा कि आरोपित पुलिसवालों को सेंट्रेल जेल लखनऊ बुलाया जाएगा या फिर तिहाड़ जेल दिल्ली भेजा जाएगा। दोपहर बाद भी जब पुलिसवालों की किसी भी कोर्ट में पेशी नहीं हुई तब जेल प्रशासन ने गोरखपुर न्यायालय को पत्र लिखकर आरोपित पुलिसवालों की पेशी न होने की जानकारी देने के साथ ही आगे के लिए गाइडलाइन मांगी है।

Posted By: Inextlive