शहर में जाम से निजात दिलाने की कोशिश में जुटे पुलिस अधिकारियों के अभियान को मातहत धता बताने में जुटे हैं. सिविल लाइंस में स्कूलों की छुट्टी होने के दौरान कैंट पुलिस मौजूद नहीं रहती है जिससे करीब आधे घंटे तक जाम लगता है. इससे जहां बच्चे असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं राहगीर भी परेशान होते हैं. गुरुवार की दोपहर करीब डेढ़ बजे से लेकर दो बजे जाम में फंसकर बच्चे हलकान हुए.


गोरखपुर (ब्यूरो)। डीएम आवास से करीब 50 मीटर की दूरी पर आधा दर्जन स्कूल संचालित होते हैं। इन स्कूलों की छुट्टी एक बजे के बाद होती है। बच्चों को रिसीव करने वाले गार्जियन पहले ही पहुंच जाते हैं, जिनके व्हीकल भी सड़क के दोनों ओर खड़े हो जाते हैं। इस दौरान जैसे ही स्कूलों की छुट्टी होती है। करीब आधा किमी रेडियस जाम लग जाता है। हरिओम नगर तिराहा, डीएम आवास के पास तिराहा, एमपी गल्र्स इंटर कॉलेज चौराहा, डीवीएनपीजी कॉलेज तिराहा चोक हो जाता है। छुट्टी का समय निर्धारित होने के बावजूद कैंट पुलिस मौके पर नहीं पहुंचती है। ट्रैफिक पुलिस भी नहीं नजर आती। इससे लोगों को प्रॉब्लम झेलनी पड़ती है। रिस्क लेकर निकलते बच्चे
जाम लगने के दौरान बच्चे अपने बैग के साथ रिस्क लेकर निकलते हैं। भीड़ में उनको चोट लगने का खतरा रहता है। जाम में करीब आधे घंटे तक बच्चों को मशक्कत करनी पड़ती है। राहगीरों की आपाधापी से एक्सीडेंट का डर सताता है। आरटीओ रोड से गुजरने वाले व्हीकल के ड्राइवर भी तेजी दिखाते हैं जिससे कभी भी कोई बच्चा चोटिल हो सकता है। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस कर्मचारियों को हिदायत दी जाएगी। स्कूलों की छुट्टी के दौरान कांस्टेबल को तैनात किया जाएगा। डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी

Posted By: Inextlive