आईआरसीटीसी की एंड्रॉयड एप से यूजर्स परेशान
- वेबसाइट और एप में प्रॉपर लिंकअप न होने की वजह से आ रही है प्रॉब्लम
- मोबाइल से ट्रांजेक्शन फेल होने पर वेब पर नहीं दिखा रहा है स्टेटस - वहीं वेब पर टिकट बुक करने पर एप में नहीं शो कर रही है डीटेल्स - अभी नहीं मिलने वाली है राहत, करना होगा इंतजार GORAKHPUR : आसानी के लिए मोबाइल पर आईआरसीटी एप लोड कर फैसिलिटी यूज करने वाले पैसेंजर्स अब परेशान हो गए हैं। आसानी के लिए इंस्टॉल की गई मोबाइल अप्लीकेशन उनके लिए सिरदर्द बन गई है। एप यूज कर जहां उन्हें वेबसाइट पर अपना टिकट तलाशने और उसका प्रिंटआउट लेने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है, वहीं वेबसाइट पर टिकट बनाने के बाद अप्लीकेशन में उनको अपना टिकट ही नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह से पैसेंजर्स क्वेरीज कर रहे हैं, लेकिन उनकी प्रॉब्लम का सॉल्युशन नहीं मिल पा रहा है।अभी नहीं हुआ है लिंकअप
आईआरसीटीसी ने अपने एंड्रॉयड और विंडोज एप तो लांच कर दी, लेकिन उसका वेबसाइट से कोई तालमेल नहीं हो पाया। प्रॉपर लिंकअप न होने की वजह से यूजर्स की परेशानी बढ़ गई है। मोहम्मद इरशाद की मानें तो उन्होंने आईआरसीटीसी की ऑफिशियल एप इंस्टॉल कर रखी है। उन्होंने अप्लीकेशन के थ्रू टिकट बनाया। जब उन्होंने उसका प्रिंआउट लेने के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट ओपन की, तो उन्हें अपना टिकट ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। जिसके बाद उन्हें ओल्ड वर्जन में अपना टिकट मिल सका। वहीं जब उन्होंने वेबसाइट पर टिकट बुक किया तो वह अप्लीकेशन में नजर ही नहीं आया। लोकल लेवल पर पता किया, लेकिन कोई सॉल्युशन नहीं मिल सका।
डाटा किया जा रहा है ट्रांसफर आईआरसीटीसी की एप और वेबसाइट के बीच तालमेल न होने की वजह हम बताते हैं। आईआरसीटीसी ने नया सर्वर इंस्टॉल किया है। अभी नया सर्वर होने की वजह से पुराने डाटा नए सर्वर में ट्रांसफर किए जा रहे हैं। डाटा ट्रांसफर न होने की वजह से आईआरसीटीसी ने अभी दोनों ही सर्वर को आपस में लिंकअप नहीं किया है। जिसकी वजह से मोबाइल एप से बनने वाले टिकट और वेबसाइट पर बनने वाले टिकट एक-दूसरे सर्वर पर शो नहीं कर रहे हैं। सोर्सेज की मानें तो जब डाटा ट्रांसफर प्रॉसेस पूरी हो जाएगी, उसके बाद ही दोनों सर्वर को लिंक किया जाएगा, जिसके बाद दोनों ही जगह डीटेल शो करेगी।नया सर्वर इंस्टॉल किया गया है। पुराना डाटा नए में ट्रांसफर किया जा रहा है। कंप्लीट ट्रांसफर के बाद ही एप को वेबसाइट से लिंक किया जा सकेगा और यह प्रॉब्लम दूर हो जाएगी।
- सुनील कुमार, डीजीएम (आईटी), आईआरसीटीसी