सुरों की साधना है संगीत : डॉ. उषा
- नवल्स एकेडमी ग्रुप का इंटर कॉलिजिएट सिंगिंग कॉम्प्टीशन हुआ ऑर्गनाइज
- हर ब्रांच से सेलेक्ट किए गए टॉप 2 स्टूडेंट्सGORAKHPUR : संगीत मानव जीवन की वह विधा है, जो हमें डिप्रेशन से आजाद करती है। संगीत वस्तुत: सुरों की साधना है, एक तपस्या है और आत्मविश्वास का परिचायक है। यह बातें गोरखपुर यूनिवर्सिटी के म्यूजिक डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ। ऊषा सिंह ने कहीं। वह नवल्स एकेडमी रुस्तमपुर में ऑर्गनाइज इंटर कॉलिजिएट 'सा रे गा मा पा' कॉम्प्टीशन में बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थीं। इस दौरान स्पेशल गेस्ट के तौर पर आईटीएम गीडा के निदेशक प्रो। डीएस दीक्षित ने कहा कि ऐसे अनेक साधक हुए हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन संगीत साधना और सुरों के ताल-मेल में ही बिता दिया। इस दौरान नवल्स एकेडमी समूह के चेयरमैन, डॉ0 संजयन त्रिपाठी ने कहा कि 'संगीत वह विधा है जो हमारे व्यक्तित्व निर्माण में सहायक होती है। उन्होंने बताया कि इसको ध्यान में रखते हुए स्कूल से टैलेंट चिन्हित कर उन्हें तराशा जाएगा। गेस्ट का वेलकम ग्रुप के डायरेक्टर डॉ। आरसी श्रीवास्तव ने किया।
21 स्टूडेंट्स ने किया पार्टिसिपेटशनिवार को नवल्स एकेडमी रुस्तमपुर में ऑर्गनाइज इस प्रोग्राम में नवल्स एकेडमी समूह की 7 शाखाओं से कुल 21 स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। इसमें हर ब्रांच से टॉप 3 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन किया गया। इसके बाद दो पार्ट में कॉम्प्टीशन ऑर्गनाइज किए गए। इसमें स्मृति मिश्रा, जागृति मिश्रा, प्रगति त्रिपाठी, सुयष गौतम, प्रिया गोस्वामी, अंशिका, सत्यम वर्मा, ऐश्वर्य गुप्ता और अल्तमश खान ने बेस्ट परफॉर्मेस देकर लोगों का दिल जीता।
यह रहे विनर ब्रांच स्टूडेंट (क्लास) रुस्तमपुर जागृति मिश्रा (9), प्रगति त्रिपाठी (10) राप्तीनगर सुयष गौतम (11), रोहित चौहान (12), सूरजकुंड अंशिका मनचंदानी (8), अभय शुक्ला (7) कुस्मही अदिति शुक्ला (11), सत्यम वर्मा (11) बक्शीपुर सदफ अल्मर (6), नोमान अहमद (11) फुलवरिया विश्व प्रताप सिंह (12), रागिनी मौर्या (12) तुर्कमानपुर श्रद्धा मिश्रा (6), उम्मे हबीबा (6)