तो दुरुस्त हो जाएगी ट्रैफिक की व्यवस्था
- इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा गोरखपुर
- इंजीनियरिंग और सिंबल का काम हुआ फाइनल GORAKHPUR: ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए शहर को इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जोड़ा जाएगा। एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली लागू करने के लिए शहर में कवायद शुरू हो गई है। पहले चरण में चौराहों के चौड़ीकरण और उनकी डिजाइन सुधारने के लिए काम होगा। चौराहों की डिजाइन बदलने के साथ ही सिंबल बनाने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। एसपी ट्रैफिक ने बताया कि पहले चरण में कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही अन्य कार्यो को शुरू करा दिया जाएगा। विभिन्न विभागों की मदद से इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। पहले चरण में जुड़ेंगे ये शहरयूपी के 12 जिलों को इंटेलीजेंट ट्रंासपोर्ट सिस्टम से जोड़ा जाएगा। इस योजना में गोरखपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, आगरा, बरेली को शामिल किया गया है। यूपी 100 के बाद इस योजना को लागू करने के लिए प्रक्रिया तेजी से अमल में लाई जा रही है।
ये होगा इंतजाम - स्टेट लेवल पर ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम - सभी शहरों में ऑटो सिग्नल रेगुलेटर सिस्टम - फुटपाथ, पैदल चलने वालों के लिए अलग सिग्नल सिस्टम- एरिया ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की व्यवस्था
- योजना में ट्रैफिक सिग्नल, सर्विलांस कैमरा और इनफोर्समेंट कैमरा काम करेगा। - चौराहों की रोड इंजीनियरिंग को दुरुस्त किया जाएगा। - चौराहों, मोड़ पर सीसीटीवी कैमरे, फिक्स कैमरे, पीटीजेट कैमरे लगेंगे। - पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम, इमरजेंसी कॉल बॉक्स भी लगाए जाएंगे। यह होगा फायदा - सड़कों पर ट्रैफिक संचलन को सुगम करने में मदद मिलेगी। - सड़कों पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने में सहयोग मिलेगा। - मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक से संबंधित जानकारियां डिस्पले होंगी। - रिकॉर्डिग कंट्रोल रूम से त्वरित कार्रवाई, दोषी को तलाशने में मदद - आवश्यक सूचनाएं, ट्रैफिक सिग्नल की जानकारी दी जाएगी। - सड़क पर क्राइम करके भागने वालों को दबोचने में मदद मिलेगी। वर्जन चौराहों का पुननिर्माण रोड इंजीनियरिंग के आधार पर कराया जाएगा। इसके तहत हर चीज को ट्रैफिक के अनुसार निर्धारित किया जाएगा। कहां से डायवर्जन होना चाहिए, कहां पर सड़क में कट होना चाहिए जैसी चीजों पर ध्यान दिया जाएगा। इंजीनियरिंग और सिंबल साइन के लिए मीटिंग निर्णय लिया जा चुका है। अन्य बिंदुओं पर कार्रवाई के लिए विभिन्न विभाग काम कर रहे हैं। -डॉ। श्रीप्रकाश द्विवेदी, एसपी ट्रैफिक