सुस्त पड़े सुरक्षा कर्मी, अपने में दिखे मशगूल
GORAKHPUR: मंदिर में खिचड़ी मेले का सालाना उत्सव होने के बावजूद सुरक्षा में घोर लापरवाही बरती जा रही है। आइए देखते हैं आई नेक्स्ट टीम ने अपने रियलिटी चेक में कैसे देखीं सुरक्षा में लापरवाहियां
समय: दोपहर 12.10 बजेटीम आई नेक्स्ट सबसे मंदिर परिसर में जाने वाले मेन गेट पर आई नेक्स्ट टीम पहुंची। वहां मौजूद एक व्यक्ति ने दूसरे गेट से प्रवेश करने को कहा। मेन गेट से सिर्फ भीतर से बाहर आने दिया जा रहा था। टीम वहां से निकलकर पूर्वी गेट पर गई। गेट पर मौजूद पुलिस कर्मचारी चेकिंग कर रहे थे। चेकिंग दस्ता से जांच कराती हुई टीम भीतर पहुंची। इस गेट पर भी पुलिस, पीएसी और लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के लोगों की ड्यूटी लगी है। गेट पर मौजूद पुलिस कर्मचारी सिर्फ बाहर से आने वाले पुरुषों की जांच कर रहे थे। महिलाओं, उनके पास मौजूद बैग और झोलों की कोई जांच नहीं की जा रही थी। गेट से कुछ दूरी पर मौजूद तीन पुलिस कर्मचारी आपस में बात कर रहे थे। वहां संदिग्ध बैग रखकर रिपोर्टर हट गया। लावारिस हाल बैग 10 मिनट से अधिक समय तक पड़ा रहा। पुलिस कर्मचारी अपनी चर्चा में मशगूल रहे। किसी ने उस ओर ध्यान नहीं दिया।
बैठी रही पुलिस, आते जाते रहे लोगसमय: दोपहर 12. 25 बजे
कैंपस में प्रवेश के बाद दर्शन के लिए मुख्य गेट से श्रद्धालुओं के प्रवेश करने की इजाजत दी गई है। यहां पर भी जांच के बाद लोगों को अंदर जाने दिया जा रहा है। प्रवेश द्वार पर पीएसी जवान के पीछे रिपोर्टर ने अपना काला बैग रख दिया। करीब 10 मिनट तक लावारिस दशा में बैग पड़ा रहा। पीएसी जवान ने कोई हरकत नहीं की। उस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। अलबत्ता, मंदिर में प्रवेश कर रहे पुरुषों की जांच में पुलिस बिजी रही। फिर बैग उठाकर रिपोर्टर पुरुषों की लाइन में लगकर मुख्य मंदिर तक पहुंच गया। इस गेट के बगल में महिला प्रवेश द्वार पर मौजूद महिला पुलिस कर्मचारी अपनी बतकही करती रहीं। मंदिर में दर्शन करने जा रही महिलाओं की वह कोई चेकिंग नहीं रही थी। मंदिर में जा रही महिलाएं और युवतियां अपने साथ बैग, प्रसाद का डिब्बा सहित कई सामान लेकर आराम से चली जा रही थीं। उनकी सुरक्षा जांच में भारी लापरवाही नजर आई। जहां चाहा बैग रखा, लेते रहे झपकी समय: दोपहर 12. 50 बजेगेट से भीतर आकर टीम मुख्य मंदिर के पास पहुंची। वहां बाहर पुलिस कर्मचारियों की भारी-भरकम ड्यूटी लगी है। हर जगह मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों में सुरक्षा की गंभीरता का अभाव नजर आया। दर्शनार्थियों की लाइन वाली जगह पर रिपोर्टर ने अपना बैग फिर लावारिस हाल छोड़ दिया। करीब 15 मिनट तक लावारिस बैग वहीं पड़ा रहा। किसी ने उसकी सुधि नहीं ली। मुख्य मंदिर के पास ही देवी-देवताओं के मंदिर हैं। वहां कई जगहों पर लावारिस हाल बैग रखकर रिपोर्टर ने सुरक्षा जांची। हनुमान मंदिर के पास एक पुलिस कर्मचारी के बगल में रिपोर्टर ने बैग रख दिया। ड्यूटी पर मौजूद वह पुलिस कर्मचारी झपकी लेता रहा। उसको बैग रखने की भनक तक नहीं लगी। वहां मौजूद कुछ होमगार्ड्स की नजर कैमरे पर पड़ गई। उन लोगों ने सबसे कहा कि दूर से फोटो खींचा जा रहा है।
सिर्फ जांच का कोरम समय: दोपहर 01.05 बजेहनुमान मंदिर के पास से होकर एक रास्ता बाहर की ओर जाता है। उस गेट से टीम बाहर निकली। फिर टहलते हुए उत्तरी गेट पर पहुंची। उत्तरी गेट के पास गोरखनाथ मंदिर पुलिस चौकी हैं जहां सीसीटीवी कैमरों से मानीटर पर मंदिर कैंपस की गिनरानी की जा रही है। पुलिस चौकी के बाहर ही मेला थाना बनाया गया है। वहां कुछ देर रुकने के बाद टीम बाहर निकल गई। करीब पांच मिनट तक गेट पर रिपोर्टर संदिग्ध बनकर घूमता रहा। लेकिन किसी ने कोई सवाल जवाब नहीं किया। टहलकर टीम ने दोबारा उत्तरी गेट से कैंपस में दोबारा प्रवेश किया। गेट पर एक दरोगा पुरुषों की जांच कर रहे थे। महिलाओं की कतार में कोई जांच नहीं हो रही थी। इसके बाद टीम मेले में पहुंच गई। मेले में मौजूद पुलिस वाले खाली हाथ लोगों को निहार कर अपनी ड्यूटी पूरी कर रहे थे। कुछ देर बाद भीड़भाड़ में डॉग स्कवायड और बम डिस्पोजल दस्ता की दो टीम गश्त करती नजर आई।
मेला सुरक्षा में लगे 25 सौ कर्मचारीपुलिस अफसरों का कहना है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया गया है। पुलिस के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों की मदद ली जा रही है। मंदिर की सुरक्षा में करीब 25 सौ पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। एक मेला थाना और छह चौकियां स्थापित की गई है। 18 सीसीटीवी कैमरे, पांच गेट पर लाइट मशीन गन पोस्ट, पांच टॉवर और छतों पर भी असलहों के साथ जवानों तैनात किया गया है। 12 जनवरी को एसपी सिटी ने मंदिर सुरक्षा की जांच की थी। जब पुलिस कर्मचारी पास हो गए थे। इस दौरान पुलिस कर्मचारी मुस्तैदी में पास हो गए थे।
इतनी फोर्स पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एएसपी तीन सीओ 11 एसओ 15 एसआई 165 कांस्टेबल 1050 महिला एसआई 05 महिला कांस्टेबल 74 होमगार्ड 280 सादे ड्रेस में पुलिस कर्मी 71 पीएसी, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्कवायड, फायर ब्रिगेड गोरखनाथ मंदिर के लिए स्पेशल सुरक्षा व्यवस्था आतंकी घटनाओं, गतिविधियों को देखते हुए खुफिया विभाग के इनपुट पर गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। सितंबर, 2015 में एक कंपनी पीएसी जवानों की अतिरिक्त तैनाती की गई। पूर्व आईजी अमिताभ यश ने छह सब इंस्पेक्टर, छह एचसीपी, 87 कांस्टेबल और छह महिला कांस्टेबल की तैनाती की आवश्यकता जताई। गोरखनाथ मंदिर के आसपास 20 भवनों के प्रयोग से मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को नुकसान पहुंचाने की रिपोर्ट खुफिया विभागों ने दी थी। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अफसर गंभीर हुए। योगी को मिली है वाई श्रेणी सुरक्षा विभिन्न आतंकी संगठनों से खतरे को देखते हुए सांसद महंत योगी आदित्यनाथ को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई है। सीआईएसएफ के नौ जवान और दो अफसर मंदिर में कैंप कर रहे हैं। 11 सदस्यीय सुरक्षा घेरे के जवान अत्याधुनिक असलहों से लैस हैं। गोरखनाथ मंदिर और नई दिल्ली स्थित आवास, उनके कार्यालय, सार्वजनिक स्थानों पर योगी के आवागमन के दौरान सुरक्षा कर्मी चौकस रहते हैं।