सपनों के घर में सीमेंट का रोड़ा
GORAKHPUR: हर आदमी की जरूरत है रोटी, कपड़ा और मकान। फिर भी आम आदमी किसी तरह रोटी कपड़ा का जुगाड़ तो कर लेता है, लेकिन इस महंगाई में छत की इच्छा बरकरार ही रह जाती है। लाख कोशिश के बाद एक प्लॉट अगर ले भी लेता है कोई तो उसको बनवाने की हिम्मत नहीं होती। अगर हिम्मत करता भी है तो सीमेंट, बालू, सरिया और ईट का दाम इतना बढ़ गया है कि सारे के सारे अरमान चकनाचूर हो जाते हैं।
केस वन मोहित यादव एक प्राइवेट कंपनी में इंप्लाइ हैं। अपनी छोटी-छोटी सेविंग से उन्होंने तारामंडल एरिया में 700 स्कॉयर का एक प्लॉट ले रखा है। उनकी इच्छा थी कि अपना एक छोटा सा प्यारा सा घर बनवा ले। जब उन्होंने सीमेंट और सरिया का दाम जाना तो अपना प्लान कुछ दिन के लिए टाल दिया। केस टूअभय श्रीवास्तव पेशे से वकील हैं। उन्होंने गोरखपुर के सिक्टौर एरिया में 1000 स्कॉयर फीट का प्लॉट दो साल पहले लिया था। वह पांच हजार के किराए के मकान में रहते हैं। अपना प्लॉट होते हुए भी वह बनवा नहीं पा रह हैं। न बनवाने की वजह बिल्डिंग मैटेरियल्स का दाम बढ़ जाना।
30 से 35 परसेंट बढ़ा सीमेंट का दाम माह रेट जनवरी 285-320 फरवरी 315-345 मार्च 330-350 अप्रैल 335-360 मई 335-665जून 345-380
जुलाई 365-400
(नोट: ये फुटकर मॉकेट में दाम प्रति बोरी रुपए में है.) सरिया के दाम में आई तेजी माह रेट जनवरी 3100-3300 फरवरी 3100-3400 मार्च 3150-3450 अप्रैल 3200-3500 मई 3250-3400 जून 3300-3550 जुलाई 3400-3600 (नोट: ये फुटकर मॉकेट में प्रति क्विंटल सरिया का दाम रुपए में है। कुछ सरिया पर पीस भी बिकती लगभग इसी दाम तक पहुंच जाती है प्रति कुंतल) गिट्ट्टी भी गरमाई माह रेट जनवरी 70-75 फरवरी 70-78 मार्च 75-77 अप्रैल 75-79 मई 70-78 जून 70-78 जुलाई 76-80 (नोट: ये फुटकर मॉकेट में प्रति पर फीट रुपए में है.) मोरंग बालू भी कम नहीं माह रेट जनवरी 45-50 फरवरी 46-52 मार्च 47-54.20 पैसे अप्रैल 47-54.40 पैसे मई 48-53 जून 50-53.80 पैसे जुलाई 55-60 (नोट: ये फुटकर मॉकेट में प्रति पर फीट रुपए में है.) ईट भी दे रहा है टक्कर माह रेट जनवरी 12000-13000 फरवरी 12000-13500 मार्च 12500-14000 अप्रैल 13000-14500 मई 13000-14500 जून 13000-15000 जुलाई 12500-14500 (नोट: ये फुटकर मॉकेट में प्रति ट्रॉली दो हजार ईट का दाम रुपए में है.) हार्डवेयर भी है फुल स्पीड में हार्डवेयर के फुटकर व्यापारी प्रवीन दूबे का माने तो हार्डवेयर के सामान जैसे रेती, कील, फावड़ा, बेल्चा, रिस्सी, पाइप यादि सामान भी तेजी है। यही स्थिति रहा तो और भी हार्डवेयर का सामान महंगा हो सकता है। साथ ही साथ मकान में यूज होने वाले रस्सी और जला हुआ मोबिल के दाम बढ़े है। बच सकते है महंगाई सेमां विध्यवासिनी ट्रेडर्स के गदाधारी चंद ने इतनी महंगाई से बचने का एक रास्ता बताया। उन्होंने कहा कि अगर आपको मकान बनवाने हो तो कुछ महीने के पहले से ही सीमेंट, बालू, सरिया पर नजर बनाए रहे। जैसे ही दाम कम होता है बिल्डिंग मैटेरियल्स विक्रेता को आप एडवांस में रुपए दे दे। जब आप एडवांस दे देते हैं तो जो रेट में आप एडवांस दिया है उसी रेट में आप जब चाहेंगे तब आप सीमेंट, बालू, गिट्टी ले सकते हैं। तब आपको फायदा होगा।
बिल्डिंग मैटेरियल्स के दाम बढ़ जाने से अब ग्राहक ज्यादा नहीं है। हम लोग आस लगाए बैठे है दाम कम हो, लेकिन अभी कोई संभावना नहीं दिख रही है। गदाधारी चंद, बिल्डिंग मैटेरियल्स विक्रेता महंगाई के वजह से मकान बहुत कम बन रहे है। दूकान पर ग्राहक न के बराबर आ रहे है। गिट्टी का दाम बहुत बढ़ गया है और भी बढ़ने की संभावना है। सुमित जायसवाल, बिल्डिंग मैटेरियल्स विक्रेता हार्डवेयर का दाम बढ़ गया है। मॉर्केट डाउन चल रहा है। जो लोग पहले से एडवांस दिए है उन लोगों का फायदा है। प्रवीन दूबे, हार्डवेयर विक्रेता